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Ways Parents Spoil Their Kids Future: माता-पिता अपने बच्चों के भविष्य को निखारने के लिए दिन-रात मेहनत करते हैं। शायद ही कोई पेरेंट्स होंगे जो अपने बच्चे के लिए बुरा सोचेंगे। बावजूद इसके क्या आप जानते हैं, कई बार माता-पिता की कुछ खराब आदतें बच्चों के भविष्य की दुश्मन बन जाती हैं। बच्चों को अच्छी परवरिश देने के बावजूद उनके कदम गलत राह पर निकल जाते हैं। बच्चों के भविष्य को निखारने के लिए आइए जान लेते हैं पेरेंट्स की 5 ऐसी खराब आदतों के बारे में, जिन्हें उन्हें सबसे पहले दूर करना चाहिए।
पेरेंट्स को तुरंत बदल देनी चाहिए अपनी ये खराब आदतें-
छोटी-छोटी बातों पर डांटना-
कई बार पेरेंट्स पार्टनर या ऑफिस की नाराजगी अपने बच्चों पर निकालने लगते हैं। ऐसे पेरेंट्स छोटी-छोटी बातों पर अपने बच्चों को डांटते या उन पर चिल्लाते रहते हैं। धीरे-धीरे बच्चों को डांटना उनकी आदत बन जाती है। समय के साथ जिसका बुरा असर बच्चों पर भी पड़ने लगता है। ऐसे बच्चे अपने पेरेंट्स को नापसंद करने के साथ उनसे बातें शेयर करने से भी डरते हैं। इतना ही नहीं ऐसे बच्चे स्वभाव से भी गुस्सैल बना सकते हैं। अपने बच्चे को हमेशा प्यार से डील करें।
बच्चों के लिए ना करें गलत शब्दों का प्रयोग-
कई बार माता-पिता बच्चों की कुछ आदतों से परेशान होकर उसे भला-बुरा कहने लगते हैं। लेकिन ऐसा बिल्कुल ना करें। अच्छी पैरेंटिग का मतलब होता ही कि आप कितने ही गुस्से या नाराजगी में क्यों ना हो, लेकिन यह बात बच्चे के सामने जाहिर ना करें।
दूसरे बच्चों से तुलना ना करें-
यह आदत ज्यादातर पेरेंट्स में देखने को मिलती है। ऐसे पेरेंट्स अक्सर अपने बच्चों की तुलना दूसरे बच्चों से करके उनका मनोबल गिराते रहते हैं। ध्यान रखें, हर बच्चे की अपनी एक अलग खासियत होती है। इसलिए कभी भी अपने बच्चे की तुलना दूसरे बच्चों से ना करें। बच्चे को हमेशा उसकी खासियत बताकर प्रोत्साहित करें।
हर जिद्द पूरी ना करें-
कई बार बच्चों की हर जिद्द को पूरा करना उन्हें बिगाड़ सकता है। कई बार माता-पिता बच्चे के कुछ मांगने से पहले ही उसे वो चीज लाकर दे देते हैं। आपकी ये आदत बच्चों पर बुरा असर डाल सकती है। बच्चे के लिए कुछ भी खरीदते समय माता-पिता हमेशा इस बात का ख्याल रखें कि बच्चे को उस चीज की जरूरत हकीकत में होनी चाहिए।
गैजेट्स की छूट ना दें-
आजकल पेरेंट्स बिजी होने की वजह से बच्चे को टाइम पास करने के लिए अपना मोबाइल दे देते हैं। जिसकी वजह से बच्चों का ज्यादातर समय स्मार्टफोन और गैजेट्स के साथ गुजरता है। जिसका सीधा असर उनकी आंखों और मेंटल हेल्थ पर भी पड़ता है। ऐसे में अपनी आदत को बदलें और बच्चे के साथ खुद थोड़ा समय बिताएं। बच्चे को मैदान में खेलने के लिए प्रोत्साहित करें।