Home National ‘पैसे तो नहीं मिलेंगे ये ले लो गोली’, पीछा कर कार रोकने पर रिकवरी एजेंट का मर्डर; सिर में मारी गोली

‘पैसे तो नहीं मिलेंगे ये ले लो गोली’, पीछा कर कार रोकने पर रिकवरी एजेंट का मर्डर; सिर में मारी गोली

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‘पैसे तो नहीं मिलेंगे ये ले लो गोली’, पीछा कर कार रोकने पर रिकवरी एजेंट का मर्डर; सिर में मारी गोली

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Murder of recovery agent:  यूपी के वाराणसी में गाड़ियों के लिए फाइनेंस करने वाली एक प्राइवेट कंपनी के रिकवरी एजेंट की गोली मारकर हत्‍या कर दी गई। रिकवरी एजेंट कार को सीज करने गए थे। करीब तीन किलोमीटर तक कार का पीछा करने के बाद ओवरटेक करके बाबतपुर फ्लाईओवर से पहले उन्‍होंने कार रोक ली और किस्‍त जमा करने की बात की। इस पर कार सवार भड़क गए। उन्‍होंने रिकवरी एजेंट को गोली मारकर हत्‍या कर दी। मारे गए रिकवरी एजेंट का नाम वीर बहादुर सिंह ( उम्र 45 वर्ष) था। हमलावरों ने वीर बहादुर के सिर में गोली मारी। कार में हमलावर के तीन साथी भी सवार थे। घटना के बाद सभी भाग निकले। सूचना पर पुलिस के आलाधिकारी घटनास्थल पहुंचे।

वीर बहादुर को मलदहिया स्थित निजी अस्पताल लाया गया। जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। भाई की तहरीर पर अज्ञात बदमाशों के खिलाफ हत्या का केस दर्ज किया गया। रिकवरी एजेंट की हत्या के बाद मलदहिया स्थित निजी अस्पताल पहुंचे उसके साथियों ने डीसीपी को बताया कि वीर बहादुर सिंह की कार उनका साथी घमहापुर निवासी सूरज चला रहा था। सूरज के बताया कि दोनों ने बाबतपुर फ्लाईओवर से पहले बदमाशों की कार रुकवाई थी। उन्‍हें किस्त बकाया होने की जानकारी दी तो बदमाश कार लेकर आगे बढ़ गए।

वीर बहादुर और सूरज ने सौ मीटर आगे दोबारा कार ओवरटेक कर रोक ली। वीरबहादुर ने खिड़की के पास पहुंचकर चालक से कहा, किस्त दो या कार जमा कराओ। इतनी ही बात हुई कि ड्राइविंग सीट पर बैठे बदमाश ने कार का शीशा नीचे करते कहा ‘पैसा तो नहीं मिलेगा, ये लो गोली’ और पिस्टल से सीधे सिर में गोली मार दी। घटना के बाद मौके पर अफरा तफरी मच गई। आसपास के वाहन सवार सन्न रह गए। मामले को समझने के लिए हर कोई रूक गया। इससे एक बार मौके पर जाम की स्थिति उत्पन्न हो गई। पलहीपट्टी (चोलापुर) के रहने वाले वीर बहादुर सिंह वाहन फाइनेंस करने वाली कंपनियों के लिए रिकवरी एजेंट के तौर पर काम करते थे। वह पिंडरा स्थित कंपनी अखंड मोटर्स से जुड़े थे। रविवार को वसूली के लिए कार से अपने साथी बड़ागांव के दल्लीपुर निवासी सूरज चौहान, रामसिंहपुर निवासी हिमांशु प्रभाकर सिंह उर्फ विशाल और घमहापुर निवासी सूरज सिंह के साथ निकले थे।

वीर बहादुर के साथियों के मुताबिक कंपनी की ओर से सूचना मिली कि यूपी 70 एलटी 4083 नंबर की कार बाबतपुर क्षेत्र में है। उसकी कई किस्तें बकाया हैं। वीर बहादुर और उसके साथियों ने हमलावरों की कार का पीछा शुरू किया। कार सूरज चला रहा था, जबकि वीरबहादुर को-ड्राइवर सीट पर बैठे थे। बाबतपुर फ्लाईओवर के पास हमलावरों की कार को ओवरटेक कर रोका और किस्त जमा करने को कहा। हालांकि हमलावर आगे बढ़ गए। इस दौरान हिमांशु प्रभाकर कार से उतर गया। 100 मीटर आगे जाकर फ्लाईओवर पर दोबारा कार को ओवरटेक कर रोक लिया। अबकी वीरबहादुर कार से उतरे और ड्राइवर के पास पहुंचकर बकाया किस्त जमा करने को कहा। इतने में चालक की सीट पर बैठे बदमाश ने वीर बहादुर के सिर में गोली मार दी। वह लहूलुहान होकर वहीं गिर पड़े। इस बीच हमलावर कार लेकर भाग निकले। साथियों ने घटना की सूचना पुलिस को दी। 

वीर बहादुर सिंह चार भाइयों में दूसरे नंबर पर थे। परिवार में पत्नी सुमन, बेटा गीतेश सिंह और दो बेटियां हैं। एक की शादी हो चुकी है। बड़े भाई आरपी सिंह मलदहिया स्थित निजी अस्पताल पहुंचे थे। शव शिवपुर स्थित पोस्टमार्टम हाउस भेज दिया गया।

बाबतपुर चौराहे पर जमे रहते है फाइनेंसर-सीजर

बाबतपुर पुलिस चौकी के पास फाइनेंस कंपनियों के रिकवरी एजेंट का दिनभर जमावड़ा रहता है। आये दिन पुलिस के सामने ही किस्त वसूली के लिए मारपीट होती है और पुलिस मूक दर्शक बनी रहती है। एक हफ्ते पूर्व भी एक कार सवार व रिकवरी एजेंट के बीच विवाद हुआ था। इसमें पुलिस के हस्तक्षेप से मामला शांत हुआ था।

घटनास्थल पर पहुंची टीमें, देर रात तक रूका रहा यातायात

मौके पर डीसीपी गोमती जोन प्रबल प्रताप सिंह, एडीसीपी सरवणन टी, एसीपी प्रतीक कुमार, फूलपुर इंस्पेक्टर संजय मिश्रा, बाबतपुर चौकी प्रभारी प्रीतम तिवारी, क्राइम ब्रांच प्रभारी मनीष सिंह समेत अन्य पहुंचे। फोरेंसिक टीम ने साक्ष्य जुटाये। मौके से मृतक का टूटा चश्मा और जूता भी मिला। बाबतपुर फ्लाईओवर पर सरेराह हत्या की घटना से आसपास के लोग सहम गये। घटना के बाद फ्लाईओवर पर आवागमन रोक दिया गया। रात तक आवागमन रुका रहा।

प्रयागराज की ओर भागने का अंदेशा

बदमाश घटना के बाद शहर की ओर भागे थे। आशंका है कि हरहुआ से रिंग रोड फेज-2 होते हुए ये प्रयागराज की ओर भागे होंगे। डीसीपी ने बताया कि कमिश्नरेट पुलिस छानबीन में जुटी है। इसके अलावा प्रयागराज पुलिस को घटना से अवगत कराया गया है। वाराणसी पुलिस की एक टीम प्रयागराज रवाना हो गई है। कार का चालान हाल में ही हुआ है। प्रयागराज के महर्षि दयानंद मार्ग कैंटोंमेंट में चालान किया गया है।

हाथापाई की आशंका

रिकवरी करने वाली कंपनी के कर्मचारी भले ही सामान्य कहानी बता रहे हों लेकिन आशंका है कि वहां पर हाथापाई भी हुई है। मौके पर फैले खून, टूटा चश्मा, मृतक के पैर से निकला हुआ जूता हाथापाई की ओर संकेत कर रहा है। हालांकि पुलिस इसकी छानबीन कर रही है।

‘मनबढ़ प्रवृत्ति का है कार स्वामी’

यूपी 70 एलटी 4083 नंबर की कार प्रयागराज के हंडिया के बमैला कासायावर निवासी भरत कुमार सिंह के नाम से पंजीकृत है। कार का पंजीकरण सात जनवरी 2023 को हुआ है। रिकवरी एजेंट वीर बहादुर सिंह के सहकर्मी हिमांशु प्रभाकर सिंह ने पुलिस को बताया कि वारदात के बाद कंपनी के लोगों ने सूचना दी कि कार मालिक आपराधिक प्रवृत्ति का है। हिमांशु का कहना है कंपनी के लोग यह जानकारी पहले ही दे देते तो यह घटना न होती।

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