निर्यात प्रतिबंधों के बीच किसानों के हित के लिए सरकार ने महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश में 2,410 रुपये प्रति क्विंटल पर प्याज की खरीद फिर से शुरू कर दी है। यह जानकारी केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने दी है। इससे पहले जापान दौरे पर गए राज्य के उपमुख्यमंत्री देवेन्द्र फड़णवीस ने प्याज के मुद्दे पर केंद्रीय सहकारिता मंत्री अमित शाह और केंद्रीय वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल से बात की थी।
फड़णवीस ने एक बयान में कहा, “मोदी सरकार ने नासिक और अहमदनगर में विशेष खरीद केंद्र स्थापित करके 2 लाख मीट्रिक टन प्याज खरीदने का फैसला किया है। राज्य में प्याज उत्पादकों को राहत देते हुए 2410 रुपये प्रति क्विंटल पर खरीद की जाएगी।” बता दें प्याज पर 40 फीसद निर्यात शुल्क लगाने के विरोध में सोमवार को नासिक जिले की सभी कृषि उपज बाजार समितियों में प्याज की थोक बिक्री अनिश्चित काल के लिए बंद कर दी गई। इसके बाद महाराष्ट्र सरकार हरकत में आई है।
प्याज पर निर्यात शुल्क लगाने पर क्या बोली मादी सरकार
इससे पहले केंद्र सरकार ने सोमवार को कहा कि प्याज पर 40 फीसद निर्यात शुल्क लगाने का निर्णय घरेलू आपूर्ति को बढ़ावा देने और खुदरा कीमतों को नियंत्रित करने के लिए समय पर उठाया गया कदम है। प्याज निर्यात पर लगाए गए 40 फीसद शुल्क के खिलाफ महाराष्ट्र के नासिक जिले में कई स्थानों पर किसानों के विरोध प्रदर्शन के बीच सरकार ने यह कहा है। व्यापारी भी शुल्क लगाए जाने के विरोध में हैं।
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केंद्रीय उपभोक्ता मामलों के सचिव रोहित कुमार सिंह ने बताया, प्याज पर निर्यात शुल्क लगाना कोई समयपूर्व लिया गया निर्णय नहीं है। बल्कि घरेलू उपलब्धता बढ़ाने और कीमतों पर अंकुश लगाने के लिए यह समय पर किया गया फैसला है।
पहली बार प्याज पर निर्यात शुल्क
सिंह ने कहा कि परिस्थिति की मांग होने तक सरकार चुनिंदा राज्यों में थोक और खुदरा दोनों बाजारों में बफर स्टॉक का प्याज जारी कर मामले में हस्तक्षेप करेगी। केंद्र ने शनिवार को कीमत में वृद्धि के संकेतों के साथ-साथ निर्यात में वृद्धि के बीच प्याज के निर्यात पर 40 फीसद शुल्क लगाया। पहली बार प्याज पर निर्यात शुल्क लगाने के फैसले का उद्देश्य त्योहारों से पहले रसोई की मुख्य सब्जी, प्याज की कीमतों को काबू में रखना है। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, दिल्ली में प्याज की खुदरा कीमतें लगभग 40 रुपये प्रति किलोग्राम तक पहुंच गई है।
दिल्ली में प्याज की खुदरा कीमतें लगभग 40 रुपये किलो: सिंह ने कहा कि फिलहाल सरकार दिल्ली, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, हिमाचल प्रदेश और असम में बफर स्टॉक से प्याज जारी कर रही है। उन्होंने कहा कि पिछले दो दिनों में दिल्ली-एनसीआर में 25 रुपये प्रति किलोग्राम की रियायती दर पर 2,500 टन प्याज बेचा गया। केंद्र का निर्णय प्याज निर्यात में वृद्धि से भी प्रेरित था।
कहां जाता है भारत से प्याज
इस वित्त वर्ष में एक अप्रैल से चार अगस्त के बीच देश से 9.75 लाख टन प्याज का निर्यात किया जा चुका है। मूल्य के लिहाज से शीर्ष तीन आयातक देश बांग्लादेश, मलेशिया और संयुक्त अरब अमीरात हैं। इससे पहले दिन में, व्यापारियों ने नासिक जिले की सभी कृषि उपज बाजार समितियों में प्याज की थोक बिक्री अनिश्चित काल के लिए बंद करने का फैसला किया। इसमें लासलगांव भी शामिल है, जो भारत में सबसे बड़ा थोक प्याज बाजार है। हालांकि, एपीएमसी सूत्रों ने कहा कि प्याज की नीलामी विंचूर में हुई, जो उसी जिले में है।