Home Life Style प्यार में अग्नि परीक्षा! शादी बाद मिला 14 का बनवास, फिर भी नहीं छोड़ा साथ..

प्यार में अग्नि परीक्षा! शादी बाद मिला 14 का बनवास, फिर भी नहीं छोड़ा साथ..

0


गुलशन कश्यप/जमुई. एक युवक ने युवती से प्यार किया और प्यार में पड़कर दोनों ने शादी कर ली. लेकिन उन्होंने सोचा भी नहीं होगा कि उन्हें प्यार की इतनी बड़ी कीमत चुकानी पड़ेगी. प्यार करने और शादी करने के बाद दोनों को 14 साल के वनवास की सजा मिल गई. अब 14 साल की अवधि पूरी होने के बाद भी इनका वनवास समाप्त नहीं हुआ है. मामला जमुई जिले का है, जहां एक प्रेमी युगल को शादी करने की इतनी बड़ी सजा मिली कि पिछले 14 साल से दोनों दर-दर भटक रहे हैं और आज तक अपने घर नहीं जा सके हैं. परिजनों ने इन्हें घर से तो निकाल ही दिया और अब उन्हें अपनी जायदाद और संपत्ति से भी बेदखल कर रहे हैं. प्यार का यह अजीबोगरीब मामला जमुई जिले के सोनो थाना क्षेत्र से जुड़ा हुआ है.

दरअसल, सोनो के रहने वाले विनोद रजक और सुनीता कुमारी को एक दूसरे से प्यार हो गया था. साल 2010 में उन्होंने परिवार के खिलाफ जाकर प्रेम विवाह कर लिया था. विनोद के परिजन इस प्रेम विवाह के इतने खिलाफ थे कि उन्होंने अपनी नई नवेली बहू को अपनाने से इनकार कर दिया. विनोद जब शादी करके सुनीता को लेकर अपने घर पहुंचा तब उसके परिजनों ने उन्हें घर में कदम तक रखना नहीं दिया और नई नवेली दुल्हन को घर से बाहर निकाल दिया. इसके बाद सुनीता और विनोद वापस लौटकर कभी घर जा ही नहीं सके. पिछले 14 साल गुजर जाने के बाद भी आज तक दोनों अपने घर जाने को बेताब है और अपने परिवार के साथ रहना चाहते हैं पर ऐसा नहीं हो पा रहा है.

यह भी पढ़ें- दुबई ट्रेड फेयर में इस डिजाइन की धूम.. महिलाओं की कला के हुए कायल, मिला इतने लाख का ऑर्डर

कारण जान कर रह जाएंगे हैरान
विनोद और सुनीता ने बताया कि उनके परिजन उनकी शादी के खिलाफ नहीं थे. बल्कि उन्हें शादी में दहेज चाहिए था. प्रेम विवाह करने के कारण सुनीता अपने साथ दहेज लेकर नहीं आई थी और इसी बात का विरोध उसके परिवार के लोग कर रहे थे. उन्होंने कहा कि बाद में हमने उन्हें दो लाख रुपए दिए भी, पर वह नहीं माने. आज भी उनके द्वारा दहेज की मांग की जाती है और दहेज नहीं देने की सूरत में उन्हें घर से निकल गया है. हालांकि, अब विनोद और सुनीता की दो छोटे-छोटे बच्चे हैं. जिसका पालन पोषण दोनों लोग कर रहे हैं. दोनों की चाहत है कि बच्चे अपने दादा-दादी के साथ खेल कूद कर सके और अपने परिजनों के साथ बड़े हो. लेकिन, उनकी यह ख्वाहिश अभी तक अधूरी है और दोनों दर-दर की ठोकरें खा रहे हैं और अपने परिवार में वापस जाने के लिए यहां वहां गुहार लगा रहे हैं.

Tags: Bihar News, Jamui news, Local18, Valentine Day Special



Source link