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विशाल कुमार/छपरा. आमतौर पर लोग तीर्थ यात्रा पर भगवान का दर्शन करने जाते हैं. लेकिन बिहार के छपरा का एक युवक मथुरा से मिठाई की फैक्ट्री खोलने का आइडिया लेकर आया. घर में विचार-विमर्श करने के बाद उसने मुख्यमंत्री उद्यमी योजना से 10 लाख रुपए का लोन ले लिया. उसके बाद अपने छोटे से पुश्तैनी कारोबार को फैक्ट्री में तब्दील करते हुए स्वादिष्ट मिठाई बनाने लगा. जी हां, हम बात कर रहे हैं छपरा शहर के शंकर मिष्ठान भंडार के संचालक सुधीर कुमार की. अब स्थिति ऐसी है कि उनके यहां से दूसरे दुकान वाले भी थोक में मिठाई खरीदकर ले जाते हैं. इसके अलावा शादी-विवाह या अन्य अवसरों पर भी लोग ऑर्डर देकर यहां मिठाई बनवाते हैं. क्वालिटी अच्छी होने की वजह से दूर-दूर के लोग यहां मिठाई खरीदने आते हैं.
सुधीर ने बताया कि उनके पिता ने उन लोगों को आगे बढ़ाने के लिए काफी संघर्ष किया था. घर चलाने के लिए पिता पहले दूसरे शहर में लिट्टी-चोखा बेचा करते थे. बाद में यहां आकर चाय और पेड़ा बना कर बेचने लगे. छोटे से व्यवसाय से ही उन्होंने हम छह भाई-बहनों को पढ़ा लिखाकर शादी-विवाह कराया और घर भी बनवाया. उनके संघर्ष और प्रेरणा से ही हमलोग भी आगे बढ़ रहे हैं. सुधीर कहते हैं कि पिता के व्यवसाय को अब मैंने मिठाई फैक्ट्री में तब्दील कर दिया है. इसमें 6 लोगों को रोजगार भी दिया है.
गांव से मंगवाते हैं दूध
सुधीर बताते हैं कि वे ग्रामीण क्षेत्र से दूध मंगवाते हैं. क्योंकि, गांव में शुद्ध दूध मिल जाता है. इसके बाद अपनी फैक्ट्री में स्वादिष्ट मिठाई तैयार करवाते हैं. उन्होंने बताया कि उनकी फैक्ट्री में मिठाई की क्वालिटी से किसी तरह का कंप्रोमाइज नहीं किया जाता है. यही वजह है कि उनके यहां की मिठाई के दीवाने दूर-दूर तक के लोग हैं. आयोजन चाहे छोटा हो या बड़ा, हर कोई ऑर्डर देने आता है.
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FIRST PUBLISHED : February 21, 2024, 14:16 IST
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