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Banke Bihari Corridor: बांके बिहारीजी मंदिर वृंदावन का सबसे प्रसिद्ध और पवित्र मंदिर है. यहां हर साल लाखों श्रद्धालु दर्शन के लिए आते हैं. योग सरकार ने वृंदावन कॉरिडोर परियोजना की योजना बनाई, जिसमें मंदिर के चा…और पढ़ें

हाइलाइट्स
- वृंदावन कॉरिडोर का गोस्वामी समाज विरोध कर रहा है.
- मराल गोस्वामी ने कॉरिडोर की तुलना वेश्याओं से की.
- गोस्वामी समाज वृंदावन की पौराणिकता बचाने की मांग कर रहा है.
वृंदावन में बांके बिहारी मंदिर कॉरिडोर निर्माण को लेकर हर जगह घमासान मचा हुआ है. मंदिर में पूजा अर्चना करने वाले गोस्वामी समाज इस कॉरिडोर का लगातार विरोध कर रहे हैं. वहीं यूपी सरकार इस ड्रीम प्रोजेक्ट को हर हाल में पूरा करना चाहती है. वृंदावन कॉरिडोर के विरोध में नया नाम प्रेमानंद महाराज के गुरु और राधा बल्लभ मंदिर के तिलकायत सेवायत मोहित मराल गोस्वामी का भी जुड़ गया है. मराल गोस्वामी ने वृंदावन कॉरिडोर का विरोध करते हुए एक विवादित बयान दिया है. उन्होंने वृंदावन कॉरिडोर की तुलना वेश्याओं से कर दी है. आइए जानते हैं प्रेमानंद महाराज के गुरु ने और क्या क्या कहा…
प्रेमानंद महाराज के गुरु मराल गोस्वामी ने कहा कि वृंदावन कॉरिडोर के नाम पर श्रीकृष्ण की नगरी की पौराणिकता को मिटाने की कोशिश की जा रही है. वृंदावन को इस समय कॉरिडोर नहीं बल्कि बेहतर मूलभूत सुविधाएं और व्यवस्थाएं चाहिए. दरअसल बांके बिहारी मंदिर के दर्शन करने के लिए गलियों में भक्तों की भारी भीड़ देखने को मिलती है. बांके बिहारी दर्शन करने के लिए देश विदेश से कई लोग आते हैं और घंटों खड़े रहते हैं. सरकार चाहती है कि यहां दर्शन करने के लिए आने वाले भक्तों को किसी भी तरह की समस्या ना हो और उनको सभी सुविधाएं मिल सकें.
‘कुंज बिहारी को कुंज कॉरिडोर ना बनाएं’
गोस्वामी समाज का कहना है कि वृंदावन कॉरिडोर से यहां कि पौराणिकता खत्म हो जाएगी क्योंकि ये गलियां ही वृंदावन की पहचान हैं. मराल गोस्वामी ने कहा कि कुंज बिहारी श्रीहरि दास… कुंज बिहारी हैं, इनको कुंज कॉरिडोर मत बनाइए. यहां की गलियों और घाटों का शास्त्रों में वर्णन मिलता है और इनका महत्व बताया है. कॉरिडोर के नाम पर इन सभी चीजों को खत्म किया जा रहा है.
मराल गोस्वामी ने आगे कहा कि वृंदावन के नगर निगम की व्यवस्था ठीक नहीं है. नाले, बिजली और यमुना की सफाई को लेकर केवल खोखले वादे किए जा रहे हैं. अगर सौंदर्यीकरण करना है तो ब्रज का सौंदर्यीकरण करें. कॉरिडोर बनाने से परंपराओं का सर्वनाश होगा. साथ ही कहा कि कॉरिडोर के खिलाफ ना बोलने की हिदायत दी जा रही है. उन्होंने कहा कि इसका खिलाफ ना बोलने का क्या मतलब है. क्या अंदाज लगाएं हम लोग. हम लोगों ने वोट इसलिए दिया आपको. हमारी जो व्यवस्थाएं ऑलरेडी हैं, उनको चौपट कर दें. उनमें अपना धंधा ढूढें. ये वृंदावन धार्मिक क्षेत्र है, ये पर्यटन क्षेत्र नहीं है.
‘वृंदावन को धार्मिक भूमि रहने दें’
मराल गोस्वामी ने कहा कि पर्यटन होता है वेश्या. आदमी गया और स्पर्श करके आगे निकल गया और धार्मिक होता है हृ्दय से यानी की पतिव्रता. ये सरकार पतिव्रत और वेश्या को एक बनाना चाह रही है. वृंदावन कभी भी पर्यटन क्षेत्र नहीं रहा है. आप कहीं और जाकर पर्यटन क्षेत्र डेवलप करें, आपको करना है तो. वृंदावन धार्मिक भूमि है… धार्मिक भूमि है… धार्मिक भूमि है. इसको धार्मिक भूमि ही रहने दीजिए.
मैं धार्मिक विषय, ग्रह-नक्षत्र, ज्योतिष उपाय पर 8 साल से भी अधिक समय से काम कर रहा हूं। वेद पुराण, वैदिक ज्योतिष, मेदनी ज्योतिष, राशिफल, टैरो और आर्थिक करियर राशिफल पर गहराई से अध्ययन किया है और अपने ज्ञान से प…और पढ़ें
मैं धार्मिक विषय, ग्रह-नक्षत्र, ज्योतिष उपाय पर 8 साल से भी अधिक समय से काम कर रहा हूं। वेद पुराण, वैदिक ज्योतिष, मेदनी ज्योतिष, राशिफल, टैरो और आर्थिक करियर राशिफल पर गहराई से अध्ययन किया है और अपने ज्ञान से प… और पढ़ें
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