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सरकार की ओर से बड़ी जानकारी दी गई है और बताया गया है कि गूगल ने 2,200 से ज्यादा फटाफट लोन देने वाले ऐप्स को अपने प्लेटफॉर्म से हटाया है। इन ऐप्स को सितंबर, 2022 से लेकर अगस्त, 2023 तक एक साल के अंदर गूगल प्ले स्टोर से हटाया गया है। सरकार ने इन अवैध और फ्रॉड ऐप्स को रोकने के लिए कड़े कदम उठाए हैं।
राज्यसभा में पूछे गए एक प्रश्न का लिखित जवाब देते हुए मिनिस्टर ऑफ स्टेट फॉर फाइनेंस भागवत के काराड ने बताया कि सरकार लगातार रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) और बाकी स्टेकहोल्डर्स या रेग्युलेटर्स के साथ मिलकर ऐसे ऐप्स के खिलाफ कार्रवाई कर रही थी, जो गलत ढंग से लोन दे रहे थे और बाद में अपने लोनधारकों को परेशान कर रहे थे।
सामने आए थे कई गंभीर मामले
साल 2021-22 में गूगल प्ले स्टोर पर ऐसे ऐप्स की मानो बाढ़ सी आ गई थी, जो फटाफट लोन देने का वादा कर रहे थे। इन ऐप्स की ओर से मनमाने ब्याज दर पर लोन दिया जाता था और लोनधारकों को कई तरह के परेशान करते हुए उनसे वसूली की जाती थी। ऐसे ऐप्स से लोन लेने के बाद परेशान होकर आत्महत्या तक के मामले सामने आए थे।
गूगल ने रिव्यू किए हजारों लोन ऐप
मिनिस्ट्री ऑफ इलेक्ट्रॉनिक्स एंड इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी (Meity) को जानकारी मिली है कि गूगल ने 3,500 से 4,000 के करीब क्विक-लोन देने वाले ऐप्स को रिव्यू किया। इसके बाद अप्रैल, 2021 से जुलाई, 2022 के बीच 2500 से ज्यादा ऐप्स को प्ले स्टोर से हटाया गया। बाद में 2200 से ज्यादा अन्य ऐप्स पर भी ऐसा कदम उठाया गया।
गूगल ने अपनी पॉलिसी में कई जरूरी बदलाव किए जिससे तय किया जा सके कि केवल RBI की ओर से अनुमति लेने वाले ही ऐप्स लोन जैसी सुविधा दे सकें। इस तरह लोन पर ऐप्स मनचाहा इंट्रेस्ट रेट नहीं ले सकेंगे और केंद्रीय बैंक इनका नियमन करेगा।