Home Health फलों को इन तरीकों से खाएंगे तो मिलेगा ज्यादा फायदा, करीना कपूर की न्यूट्रिशनिस्ट ने बताया सही तरीका

फलों को इन तरीकों से खाएंगे तो मिलेगा ज्यादा फायदा, करीना कपूर की न्यूट्रिशनिस्ट ने बताया सही तरीका

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फलों का सेवन करना हमारे स्वास्थ्य के लिए बेहद फायदेमंद होता है, लेकिन इनका सेवन किस तरीके से किया जाए, यह जानना भी उतना ही जरूरी है. करीना कपूर की न्यूट्रिशनिस्ट रुजुता दिवेकर के अनुसार, अगर हम फलों को सही समय और सही तरीके से खाएं, तो उनसे मिलने वाले पोषण और स्वास्थ्य लाभ कई गुना बढ़ जाते हैं. आयुर्वेदिक सिद्धांतों पर आधारित कुछ खास नियम हैं, जिन्हें अपनाकर हम फलों से अधिकतम लाभ उठा सकते हैं और अपनी जीवनशैली को और भी बेहतर बना सकते हैं. यह सिर्फ खाने की आदत नहीं, बल्कि शरीर और मन दोनों के लिए एक सकारात्मक बदलाव की ओर कदम है.

सबसे पहला और जरूरी नियम यह है कि फलों को हमेशा अकेले खाएं. अक्सर लोग फल को सलाद में या अन्य खाने के साथ मिलाकर खाते हैं, लेकिन यह तरीका शरीर के लिए नुकसानदेह हो सकता है. आयुर्वेद के अनुसार, जब हम फलों को दूसरे खाद्य पदार्थों के साथ मिलाकर खाते हैं तो उनका पाचन धीमा हो जाता है और किण्वन की प्रक्रिया शुरू हो सकती है, जिससे गैस, अपच, जलन जैसी समस्याएं हो सकती हैं. इसलिए अगर आप फलों से पूरा पोषण और उनका असली स्वाद चाहते हैं, तो उन्हें एकदम अकेले खाएं, बिना किसी और चीज के साथ मिलाए.

दूसरा नियम यह है कि फल खाने का सही समय सुबह का होता है, खासकर जब पेट खाली हो. आप इन्हें वर्कआउट के बाद या मिड-मील यानी दो मुख्य भोजन के बीच भी खा सकते हैं. सुबह का समय इसलिए सबसे उपयुक्त होता है क्योंकि उस समय शरीर का पाचन तंत्र सबसे अधिक सक्रिय होता है. फल शरीर को ताजगी देने के साथ-साथ ऊर्जा भी प्रदान करते हैं. अगर आप रोज़ाना सुबह एक या दो तरह के मौसमी फल खाते हैं, तो यह आपके इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाता है और पूरे दिन आपको फ्रेश बनाए रखता है.

तीसरा नियम है कि फलों को जूस बनाकर पीने की बजाय चबाकर खाएं. जब हम फल चबाकर खाते हैं तो उनकी फाइबर सामग्री पूरी तरह शरीर को मिलती है, जो न केवल पाचन में मदद करती है बल्कि ब्लड शुगर को भी कंट्रोल में रखती है. जूस बनाने पर फल का फाइबर निकल जाता है और बचता है सिर्फ शुगरयुक्त रस, जो डायबिटीज या वजन बढ़ाने का कारण बन सकता है. इसलिए जब भी हो सके, फल को साबुत खाएं, न कि सिर्फ उसका रस पिएं.

अंत में, फलों को हमेशा मौसमी चुनें और उन्हें अपने हाथों से खाएं. मौसमी फल न सिर्फ स्वाद में अच्छे होते हैं बल्कि स्वास्थ्य के लिए भी बहुत फायदेमंद होते हैं क्योंकि वे हमारे शरीर को उस मौसम के अनुरूप पोषण देने में मदद करते हैं. हाथों से खाना खाने से मस्तिष्क को यह संकेत मिलता है कि आप खाने को ग्रहण कर रहे हैं, जिससे पाचन क्रिया बेहतर होती है. आयुर्वेद के अनुसार हाथों से खाया गया भोजन शरीर में बेहतर तरीके से समाहित होता है और खाने का अनुभव भी संपूर्ण बनता है. अगर आप इन चार सरल नियमों का पालन करते हैं तो न सिर्फ आप फलों के अधिकतम लाभ पा सकते हैं बल्कि आपकी पूरी सेहत और जीवनशैली में सकारात्मक बदलाव आने लगेंगे. यह एक छोटा सा बदलाव है, लेकिन इसका असर बड़ा और लंबे समय तक रहने वाला हो सकता है.



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