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Which is better Phalsa or Jamun: गर्मियों में कई तरह के फल मिलते हैं, लेकिन लोग आम, लीची, तरबूज, खरबूजा, खीरा, ककड़ी यही सब ज्यादा खरीदकर खाते हैं. लेकिन, दो जो बेहद कॉमन फल हैं, उसे काफी कम लोग ही खरीद कर खाते हैं. ये दो फल हैं फालसा और जामनु. क्या आपको पता है कि जामुन डायबिटीज के मरीजों के लिए कितना फायदेमंद है? यह ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करता है. ये दोनों ही फल छोटे और लगभग एक जैसे रंग यानी बैंगनी कलर के ही होते हैं. लेकिन काफी लोगों को लगता है कि ये फल उतने फायदेमंद नहीं हैं. इनमें कोई अंतर नहीं है. पर ऐसा नहीं है. चलिए आपको बताते हैं फालसा और जामुन में क्या है अंतर, कौन है किस मामले में अधिक फायदेमंद.
फालसा और जामुन में अंतर
फालसा- वैसे तो ये दोनों बेरी की श्रेणी में आते हैं, लेकिन दोनों के न्यूट्रिशन वैल्यू और फायदे अलग होते हैं. दोनों का ही स्वाद जबरदस्त होता है. खट्टा-मीठा होता है जामुन का स्वाद. फालसा से शरबत खूब बनता है, इसलिए इसे देश में इंडियन शरबत बेरी भी कहा जाता है. फालसा आमतौर पर शुष्क से अर्ध-शुष्क जलवायु में पनपता है. यह फल राजस्थान, उत्तर प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, महाराष्ट्र जैसे क्षेत्रों में खूब पाया जाता है. यह फल तासीर में ठंडा होता है, इसलिए इसे गर्मियों में खूब खाना चाहिए.
जामुन- जामुन को जावा प्लम कहते हैं. यह भारत का मूल फल है और यहां खूब मिलता है. अब तो ये फल दक्षिण पूर्व एशिया और अफ्रीका के कुछ हिस्सों में भी मिलने लगा है. अपने गहरे नीले-नारंगी रंग के लिए प्रसिद्ध जामुन को इसके खट्टे स्वाद और औषधीय उपयोगों के लिए भी पसंद किया जाता है. जामुन का फल से लेकर पत्ते, बीज भी बेहद फायदेमंद माने गए हैं. जामुन को ग्रामीण और शहरी दोनों ही जगह व्यापक रूप से उगाया जाता है.
स्वाद और बनावट में अंतर
फालसा छोटे झाड़ियों में उगता है. इसके बेर गोल, छोटे और गहरे बैंगनी रंग के होते हैं. इसकी त्वचा बेहद पतली और नाजुक होती है. इसका गूदा रसदार होता है.स्वाद में मीठा-खट्टा होता है. वहीं, जामुन फालसा से साइज में थोड़ा बड़ा होता है. रंग डार्क बैंगनी और स्वाद में खट्टा-मीठा होता है. जब ये पूरी तरह से पक जाता है तो इसका रंग गहरे बैंगनी से काला हो जाता है. जैसे-जैसे यह फल पकता है, इसका स्वाद और भी लाजवाब हो जाता है.
फालसा के फायदे
फायदों की बात करें तो ये दोनों ही फल पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं और शरीर पर अलग-अलग तरीके से लाभ पहुंचाती हैं. फालसे में कैल्शियम, आयरन, विटामिन सी, फाइबर, एंटीऑक्सीडेंट्स, पोटैशियम, सोडियम आदि भरपूर होते हैं. इसमें पानी की मात्रा भी अधिक होती है. यह फल अतिरिक्त ताजगी प्रदान करता है. शरीर को हाइड्रेटेड रखता है. तासीर में ठंडा ये फल तेज़ गर्मी को मात देने में कारगर है. फालसा के सेवन से पाचन शक्ति दुरुस्त रहती है. यह ब्लड सर्कुलेशन सुधारता है. एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणों से भरपूर फालसा संपूर्ण सेहत को बूस्ट करता है.
जामुन के फायदे
जामुन डायबिटीज रोगियों के लिए बेस्ट फल होता है. यह ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करता है. प्राकृतिक मिठास से भरपूर यह फल लो ग्लाइसेमिक इंडेक्स युक्त होता है, जो ब्लड शुगर लेवल को स्थिर रखने के लिए बेस्ट फलों की लिस्ट में शामिल है.विटामिन सी से भरपूर जामुन इम्यूनिटी बूस्ट करता है. हार्ट हेल्थ को सपोर्ट करता है. पाचन तंत्र को बेहतर बनाए रखता है. आयरन से भरपूर होने के कारण रक्त को शुद्ध करता है. शरीर में खून और आयरन की कमी को दूर करता है.
कौन है अधिक बेहतर
फालसा और जामुन दोनों ही फल कोई भी खा सकता है. ये दोनों ही सस्ते होने के साथ ही सेहत को भरपूर लाभ देते हैं. डायबिटीज पेशेंट के लिए जामुन सर्वश्रेष्ठ फल है. अगर आप गर्मी के दिनों में खुद को रिफ्रेश, हाइड्रेटेड रखना चाहते हैं तो फालसा आपके लिए सबसे बेस्ट ऑप्शन हो सकता है.जिन लोगों का शुगर लेवल हाई रहता है, शरीर की इम्यूनिटी कमजोर है, वे लोग जामुन का सेवन कर सकते हैं. इन फलों में विटामिन और एंटीऑक्सीडेंट अद्भुत रूप से मौजूद होते हैं, जो इन्हें एक शक्तिशाली फल बनाते हैं.
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