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हाइलाइट्स
यदि आप देर रात खाना खाते हैं और देर रात सोते हैं तो भी रिपोर्ट के गलत आने की आशंका होती है.
अगर फास्टिंग ब्लड शुगर ज्यादा है तो इसके बाद एक बार और टेस्ट कराएं.
How To Measured Accurate Fasting Blood Sugar Level: जब भी आप किसी परेशानी को लेकर डॉक्टर के पास जाते हैं तो डॉक्टर कुछ परिस्थितियों में ब्लड शुगर टेस्ट की सलाह देते हैं. इसके लिए फास्टिंग ब्लड शुगर टेस्ट कराया जाता है. इसमें सुबह-सुबह खाली पेट ब्लड निकाला जाता है. सामान्य तौर पर यदि फास्टिंग ब्लड शुगर 100 mg/dL से कम होता है तो डायबिटीज का खतरा नहीं होता है लेकिन कभी-कभी जांच में यह 130 mg/dL को पार कर जाता है. ऐसे में तुरंत घबराने की जरूरत नहीं है. क्योंकि कई बार फास्टिंग ब्लड शुगर की रिपोर्ट गलत भी आ सकती है. कई ऐसे कारण हैं जिसमें फास्टिंग ब्लड शुगर ज्यादा होने की आशंका रहती है. इसलिए डॉक्टर hb1ac test कराने की सलाह देते हैं. इसमें तीन महीने की औसत ब्लड शुगर का विश्लेषण किया जाता है. फास्टिंग ब्लड शुगर की जांच में सटीकता कैसे आए, इसके लिए हमने मैक्स अस्पताल गुड़गांव में कंसल्टेंट एंडोक्राइनोलॉजिस्ट और डायबेटोलॉजिस्ट डॉ. पारस अग्रवाल से बात की.
इन स्थितियों में फास्टिंग ब्लड शुगर की जांच आ सकती है गलत
1. नींद में कमी-डॉ. पारस अग्रवाल ने बताया कि यदि आप रात में ज्यादा देर तक जागे रहे तो दिन में फास्टिंग ब्लड शुगर की रिपोर्ट गलत हो सकती है. इसलिए रात में 7 से 8 घंटे की नींद जरूरी है. जिस दिन नींद पूरी हो, तभी सुबह में जांच कराने जाएं.
2. खाली पेट-अगर कुछ खाकर फास्टिंग ब्लड शुगर की जांच कराने जा रहे हैं तो यह गलत हो सकता है. इसलिए रात में खाना खाने के बाद टेस्ट कराने तक 10 घंटे खाली पेट रहना चाहिए. अगर इससे कम या ज्यादा समय के बाद टेस्ट कराते हैं तो रिपोर्ट गलत आ सकती है.
3. देर से भोजन– यदि आप देर रात खाना खाते हैं और देर रात सोते हैं तो भी रिपोर्ट के गलत आने की आशंका होती है. वहीं अगर रात में दूध पीकर सोते हैं तो भी टेस्ट रिपोर्ट को गलत आ सकता है.
4. सुबह की सैर-डॉ. पारस अग्रवाल ने बताया कि यदिआप सुबह में वॉक कर टेस्ट कराने जाते हैं तो भी फास्टिंग ब्लड शुगर की रिपोर्ट गलत आएगी. इसलिए सुबह उठकर सीधे टेस्ट सेंटर जाएं या घर पर ही टेस्ट करने वाले को बुला लें.
फास्टिंग ब्लड शुगर जांच का सही तरीका
डॉ. पारस अग्रवाल ने बताया कि अगर फास्टिंग ब्लड शुगर ज्यादा है तो इसके बाद एक बार और टेस्ट कराएं. इसके लिए रात में पर्याप्त नींद लें और 9 से 10 बजे तक गहरी नींद से सो जाएं. वहीं रात में सोने से पहले चाय या दूध नहीं पीएं. सुबह 8 बजे तक फास्टिंग ब्लड शुगर के लिए अपना सैंपल दे दें. खाली पेट का मतलब है कि सुबह में भी कुछ न खाएं. चाय भी न पीएं. सीधे टेस्ट सेंटर जाएं. ऐसा करने पर आपकी टेस्ट रिपोर्ट सही आएगी.
अगर दूसरी बार भी रिपोर्ट वही आएं
डॉ पारस अग्रवाल ने बताया कि अगर स्टैंडर्ड मानक का पालन करते हुए जांच कराया है और रिपोर्ट आपके पक्ष में नहीं है तो डॉक्टर से दिखाएं. डायबिटीज को पूरी तरह से कंफर्म करने के लिए चार तरह के टेस्ट किए जाते हैं. इन टेस्ट के माध्यम से डॉक्टर यह सुनिश्चित करेंगे कि आपको डायबिटीज है या नहीं. वैसे डायबिटीज के लिए मुख्य रूप से खराब लाइफस्टाइल और गलत खान-पान जिम्मेदार है. इसके लिए नियमित रूप से एक्सरसाइज करें.
ये तरीका अपनाएं
डॉ पारस अग्रवाल ने कहा, “अगर आप डायबिटीज के बॉर्डरलाइन पर हैं यानी फास्टिंग ब्लड शुगर 130 के आसपास है तो आपको कई काम अपने डेली रूटीन में शामिल करना होगा. रोजाना एक्सरसाइज, वॉकिंग जरूरी है. तनाव न लें. खुद को व्यस्त रखें. खान-पान को सुधारें.” अगर आपका फास्टिंग ब्लड शुगर बढ़ा है तो आप तली-भुनी चीजें, प्रोसेस्ड फूड, सिगरेट, शराब आदि को छोड़ दें. मीठा खाना कम कर दें. सीजनल हरी साग सब्जियों का सेवन ज्यादा करें. जो सीजनल फल सब्जियां हो, उसे अपनी आदत में शुमार कर लें. रोजाना एक्सरसाइज करें. करेला, आंवला, जामुन, ड्राई फ्रूट, पालक, आदि का सेवन बढ़ा दे.
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Tags: Diabetes, Health, Health tips, Lifestyle
FIRST PUBLISHED : August 25, 2023, 06:40 IST
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