Home Education & Jobs फेक डेटशीट के झांसे में आए 10वीं बोर्ड के छात्र, छूटा हिंदी का पेपर, एक छात्र के पिता बोले- हमने तो भर दी है IIT कोचिंग की फीस

फेक डेटशीट के झांसे में आए 10वीं बोर्ड के छात्र, छूटा हिंदी का पेपर, एक छात्र के पिता बोले- हमने तो भर दी है IIT कोचिंग की फीस

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फेक डेटशीट के झांसे में आए 10वीं बोर्ड के छात्र, छूटा हिंदी का पेपर, एक छात्र के पिता बोले- हमने तो भर दी है IIT कोचिंग की फीस

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सोशल मीडिया पर वायरल एक फर्जी डेटशीट पर यकीन करना महाराष्ट्र बोर्ड 10वीं के कुछ छात्रों को भारी पड़ गया। फेक डेटशीट के झांसे में आकर स्टूडेंट्स का गुरुवार को हिंदी का पेपर छूट गया। विद्यार्थियों के अभिभावकों ने जब प्रभावित छात्रों के लिए स्पेशल एग्जाम कराने की मांग की तो स्कूल शिक्षा मंत्री ने साफ इनकार कर दिया। मंत्री ने कहा कि इसमें बोर्ड का कोई दोष नहीं है।

महाराष्ट्र बोर्ड 10वीं परीक्षा के आधिकारिक टाइम टेबल के मुताबिक हिंदी परीक्षा (सेकेंड लेंग्वेज के तौर पर) 8 मार्च को होनी थी। जबकि फर्जी मार्कशीट में इस पेपर की तिथि 9 मार्च बताई गई थी। नतीजतन फेक डेटशीट को फॉलो करने वाले स्टूडेंट्स हिंदी का पेपर देने ही नहीं आए।

स्पेशल एग्जाम कराने की मांग खारिज करते हुए स्कूल शिक्षा मंत्री दीपक केसरकर ने कहा, ‘यहां बोर्ड की कोई गलती नहीं है। छात्रों को बार-बार सोशल मीडिया पर वायरल शेड्यूल पर विश्वास नहीं करने के लिए कहा गया था, लेकिन फिर भी उन्होंने इस पर भरोसा किया। इन छात्रों को अब सप्लीमेंट्री परीक्षा देनी होगी, जो जुलाई में होगी। ‘

एमएसबीएसएचएसई के चेयरमैन शरद गोसावी ने कहा, ‘वायरल टाइम टेबल पर विश्वास करना छात्रों की गलती है। हम कह रहे हैं कि वायरल होने वाली हर चीज पर विश्वास न करें। जिनका पेपर छूटा है अब इन्हें अपने एटीकेटी परिणाम को स्वीकार करना होगा। कक्षा 11 में प्रवेश लेना होगा और इस विषय को पास करने के लिए जुलाई में सप्लीमेंट्री परीक्षा में शामिल होना होगा।’

10वीं कक्षा के एक छात्र के पिता शेखर सांगुरदे ने कहा, ‘मेरा बेटा वायरल टाइम टेबल पर भरोसा करके हिंदी की परीक्षा में शामिल नहीं हो पाया। वह 10वीं की परीक्षा के बाद आईआईटी प्रवेश परीक्षा की तैयारी शुरू करने की योजना बना रहा था। हमने आईआईटी कोचिंग क्लासेस की फीस भी दे दी है, लेकिन अब क्या होगा। छात्र व परिवार टेंशन में हैं। सरकार को पुरानी तरीके से डेटशीट जारी करने की बजाय सोशल मीडिया पर बोर्ड परीक्षा अपडेट भेजना शुरू करना चाहिए।’

 

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