हाइलाइट्स
मौजूदा गठबंधन सरकार ने पिछले 15 दिन में पास कराए 70 से ज्यादा बिल
बिलावल को आसिफ तो मरियम को नवाज शरीफ की जगह लेने का सशक्त दावेदार माना जा रहा है.
मुल्क में 65% से ज्यादा जनसंख्या युवाओं यानी 30 साल से कम उम्र के लोगों की है
इस्लामाबाद. पाकिस्तान की सियासत अब नए मोड में जा रही है. पाकिस्तान की शहबाज शरीफ (Shehbaz Sharif) की अगुवाई वाली पाकिस्तान डेमोक्रेटिक अलायंस (PDM) की सरकार का कार्यकाल आगामी 14 अगस्त को समाप्त हो रहा है. लेकिन पीएम शहबाज शरीफ पहले ही घोषणा कर चुके हैं कि वो सिर्फ 9 अगस्त तक ही पद पर बने रहेंगे. ऐसे में इसके बाद पाकिस्तान में कार्यवाहक सरकार आएगी जो कि नेशनल असेंबली के आगामी चुनावों को करवाएगी. इस सरकार के जाने से पहले मंगलवार को पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो ने नेशनल असेंबली यानी संसद में फेयरवेल स्पीच दी जोकि वाकई दिलचस्प रही. बिलावल भुट्टो ने पूर्व राष्ट्रपति और अपने पिता आसिफ अली जरदारी और पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ को नसीहत दी.
विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो ने फेयरवेल स्पीच में दोनों नेताओं के लिए कहा कि आने 30 साल तक पाकिस्तान की राजनीति की. इस 30 साल की राजनीति के दौरान जरदारी साहब (पिता) और मियां नवाज शरीफ ने जो किया, जिस तरह की सियासत की, अब वही चीजें आप मेरे और मरियम नवाज (नवाज शरीफ की बेटी) के लिए छोड़कर न जाएं, क्योंकि हम और मुश्किलें नहीं चाहते.
बताते चलें कि पाकिस्तान में कुछ दिनों पहले 13 दलों के सत्तारूढ़ गठबंधन पाकिस्तान डेमोक्रेटिक अलायंस (PDM) की दो सबसे खास पार्टियों जिनमें पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (PPP) और पाकिस्तान मुस्लिम लीग- नवाज (PML-N) प्रमुख रूप से शामिल हैं, ने अगस्त में नेशनल असेंबली भंग करने की योजना पर मुहर लगा दी थी. अगर योजना के मुताबिक नेशनल असेंबली भंग हो जाती है तो माना जा रहा है कि अक्टूबर के आखिर या नवंबर के पहले सप्ताह में आम चुनाव कराए जा सकते हैं. हालांकि, आगामी चुनावों को लेकर अभी तक किसी तरह की कोई आधिकारिक घोषणा या पुष्टि दोनों ही पार्टियों या गठबंधन दल की तरफ से नहीं हुई है.
पाकिस्तान के अखबार ‘द डॉन’ की रिपोर्ट की माने तो विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो ने अपनी फेयरवेल स्पीच में भविष्य की राजनीति की तरफ कदम बढ़ाए हैं. बिलावल पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (PPP) के चेयरमैन हैं और उनके पिता आसिफ अली जरदारी बेटे को भविष्य के प्रधानमंत्री के तौर पर प्रोजेक्ट करते रहे हैं. ऐसे में बिलावल भुट्टो अपने को पाकिस्तान की युवा पीढ़ी के सामने इमरान खान की जगह खुद को बड़ा नेता साबित करना चाहते हैं.
रिपोर्ट बताती है कि शहबाज सरकार जाने से पहले कई अहम बिल भी पारित कराने की कोशिश में है. इनमें ऑफिशियल सीक्रेट एक्ट बिल भी है जिसका सीधा फायदा फौज और ISI को होगा. बताया जाता है कि मौजूदा सरकार पिछले 15 दिन में 70 बिल पास करा चुकी है. बिलावल ने इनका जिक्र तो नहीं किया, लेकिन संसद की गैलरी में मौजूद स्कूली छात्रों के मन तक अपनी बात पहुंचाने की हर मुमकिन कोशिश जरूर की.
भुट्टो ने यह भी कहा कि मेरे पिता आसिफ अली जरदारी और मियां नवाज शरीफ को चाहिए कि वो मेरे और मरियम के लिए सियासी रास्ता आसान करें. इसमें पहले ही काफी मुश्किलें हैं. इस मुल्क में 65% से ज्यादा जनसंख्या युवाओं यानी 30 साल से कम उम्र के लोगों की है. यह युवा अब मौजूदा हालातों से मायूस हैं और उम्मीद खोते जा रहे हैं.
उन्होंने अपनी पीड़ा जाहिर करते हुए कहा कि पिछले 30 साल के सियासत के दौर में जो कुछ उन्होंने देखा, वो हम नहीं देखना चाहते. क्या वो चाहते हैं कि मैं या मरियम नवाज भी यही दौर देखें. अब इस मुल्क में अलग तरह की सियासत होनी चाहिए और इसमें पक्ष और विपक्ष दोनों को हिस्सा लेना होगा. हमें अपने पाकिस्तान का भविष्य बेहतर करना होगा. संसद में उनके बयान के कई मायने निकाले जा रहे हैं. बिलावल को आसिफ तो मरियम को नवाज शरीफ की जगह लेने का सशक्त दावेदार माना जा रहा है.
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FIRST PUBLISHED : August 09, 2023, 07:45 IST