Home Health फैशन और फिटनेस दोनों के लिए जरूरी है साइकिलिंग, फिट इंडिया संडेज अभियान के जरिए मनसुख मांडविया ने दिया संदेश

फैशन और फिटनेस दोनों के लिए जरूरी है साइकिलिंग, फिट इंडिया संडेज अभियान के जरिए मनसुख मांडविया ने दिया संदेश

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फैशन और फिटनेस दोनों के लिए जरूरी है साइकिलिंग, फिट इंडिया संडेज अभियान के जरिए मनसुख मांडविया ने दिया संदेश

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दिल्ली में ‘फिट इंडिया संडेज ऑन साइकिल’ कार्यक्रम हुआ, जिसमें मंत्री मनसुख मांडविया और ओलंपिक मेडलिस्ट रवि कुमार दहिया, दीपक पुनिया ने भाग लिया.

फैशन और फिटनेस दोनों के लिए जरूरी है साइकिलिंग, अभियान से मांडविया का संदेश

दिल्‍ली के मेजर ध्‍यानचंद नेशनल स्‍टेडियम में ‘फिट इंडिया संडेज ऑन साइकिल’ कार्यक्रम का आयोजन किया गया.

हाइलाइट्स

  • दिल्ली में ‘फिट इंडिया संडेज ऑन साइकिल’ कार्यक्रम आयोजित हुआ.
  • मंत्री मनसुख मांडविया और ओलंपिक मेडलिस्ट ने भाग लिया.
  • साइकिल को जीवन का मंत्र बनाने का आह्वान किया गया.

Fit India Sundays on Cycle Campaign: दिल्‍ली के मेजर ध्‍यानचंद नेशनल स्‍टेडियम में ‘फिट इंडिया संडेज ऑन साइकिल’ कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इस कार्यक्रम की शुरुआत केंद्रीय मंत्री मनसुख मांडविया ने की. कार्यक्रम में टोक्‍यो ओलंपिक्‍स सिल्‍वर मेडलिस्‍ट रवि कुमार दहिया,दीपक पुनिया ने भी शिरकत की. मंत्री मनसुख मांडविया ने कहा कि भविष्‍य में साइकिल को अपने जीवन का मंत्र बनाएं. इस दौरान मंत्री मनसुख मांडविया ने कहा कि आज के दौर में हम साइकिल का इस्तेमाल नहीं कर रहे हैं. हम डिजिटल युग में आ तो गए लेकिन इसका हमारे स्वास्थ्य पर खराब असर पड़ रहा है. फिजिकल फिटनेस इस दौर की मांग है.

साइकिल चलाकर छात्रों को प्रेरित कर रहे शिक्षक

मांडविया ने कहा कि, फिट इंडिया मुहिम को सफल करने के लिए आज सात हजार स्थानों पर देशभर के अध्यापक साइकिल चला अपने छात्रों को प्रेरित कर रहे हैं, कि हम संडे ऑन साइकिल करके खुद को स्वस्थ रखें. देश को विकसित और स्वस्थ समाज के निर्माण के लिए हम स्वयं फिट रहें और देश के लिए योगदान दें.

साइकिल को एक आंदोलन बनाने का आह्वान

केंद्रीय मंत्री मनसुख मांडविया ने आगे कहा कि संडे ऑन साइकिल का आज 21वां एडिशन है. आज साइकिलिंग एक मूवमेंट बन चुकी है. आज की थीम टीचर्स के साथ संडे ऑन साइकिल है. पहले लोग साइकिल लेकर स्कूल जाते थे. अब ऐसा कम दिखता है. ये भी पक्की बात है कि टीचर जो कहते है छात्र वो करते हैं. तो यहां मैं कहना चाहूंगा कि टीचर एक बार फिर अपने आचरण में साइकिल को जोड़ दें. साइकिल को एक आंदोलन बना दें.

फैशन के रूप में लें यह अभियान

मांडविया ने आगे कहा कि इसे फैशन के रूप में लें. मेरा मानना है विकसित भारत का सपना साकार करने में आप हीरो बन जाएंगे. साइकिलिंग से लोग सेहतमंद होते हैं. आज के दौर में हम साइकिल का इस्तेमाल नहीं कर रहे हैं. वर्तमान समय में फिजिकल फिटनेस इस दौर की मांग है. किसी भी देश को संपन्न बनना है तो आवश्यक है कि देश के नागरिक स्वस्थ हों.

साइकिल को अपने जीवन मंत्र का मंत्र बनाएं

स्वस्थ नागरिक ही स्वस्थ समाज का निर्माण करता है और स्वस्थ समाज ही संपन्न देश का निर्माण करता है. स्वस्थ समाज के लिए मैं देश के सभी शिक्षकों से आह्वान करता हूं कि आप हर दिन अपने जीवन में साइकिल का उपयोग करें, छात्रों को भी इसके लिए प्रेरित करें. फिट इंडिया के सपनों को साकार करें और देश को आने वाले दिनों में फिट रखें. भविष्य में साइकिल को अपने जीवन का मंत्र बनाएं.

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