Home Life Style बच्चे की परवरिश सिर्फ मां की नहीं, पिता की भी है जिम्मेदारी! इन 5 तरीकों से बनें आदर्श पापा

बच्चे की परवरिश सिर्फ मां की नहीं, पिता की भी है जिम्मेदारी! इन 5 तरीकों से बनें आदर्श पापा

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बच्चे की परवरिश सिर्फ मां की नहीं, पिता की भी है जिम्मेदारी! इन 5 तरीकों से बनें आदर्श पापा

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How To Be Super Dad: बच्चे की परवरिश केवल मां की जिम्मेदारी नहीं होती, बल्कि पिता की भूमिका भी उतनी ही होती है. आज के समय में पिता के साथ मां भी कामकाजी होती हैं, ऐसे में संतुलित और समझदारी भरी परवरिश के लिए पि…और पढ़ें

समय देना है सबसे बड़ी जिम्मेदारी: अधिकतर बच्चे अपने पिता से शिकायत करते हैं कि वो उनके साथ समय नहीं बिताते. ऑफिस के बाद थकान और बाकी जिम्मेदारियों के बीच अगर आप हर दिन थोड़ा सा वक्त बच्चे को दें, तो यह उसके लिए सबसे बड़ी खुशी होगी. बच्चों के साथ खेलें, उनकी बातें सुनें और उनके साथ खाना खाएं. यह छोटा-सा कदम आपके रिश्ते को मजबूत बना देगा. Image: Canva

भावनात्मक रूप से जुड़ना जरूरी है: सिर्फ आर्थिक जिम्मेदारियां निभाना ही पिता की जिम्‍मेदारी नहीं है. बच्चे की इमोशनल जरूरतों को समझना, उसके डर, संकोच और उलझनों को बिना टोके सुनना बहुत जरूरी है. जब पिता अपने बच्चे से दिल से जुड़ते हैं, तो बच्चा खुद को ज्यादा सुरक्षित और समझा हुआ महसूस करता है. Image: Canva

सिखाएं जीवन के असली मूल्य: बच्चे को अच्छे-बुरे की पहचान, ईमानदारी, मेहनत और अनुशासन जैसे जीवन के मूलभूत मूल्य पिता से ही सीखने को मिलते हैं. अगर आप खुद अपने व्यवहार से इन मूल्यों को अपनाएंगे, तो बच्चा खुद-ब-खुद उसे जीवन में उतारने लगेगा. याद रखें, बच्चे वही सीखते हैं जो वे घर में देखकर महसूस करते हैं. Image: Canva

मां के साथ मिलकर निभाएं जिम्मेदारी: अगर आप चाहते हैं कि आपके बच्चे में संतुलित सोच विकसित हो, तो जरूरी है कि आप घर में मां को बराबरी का सम्मान दें और उनकी जिम्मेदारियों में हाथ बंटाएं. इससे बच्चे के मन में लैंगिक समानता की समझ विकसित होती है और वह एक अच्छा इंसान बनता है. Image: Canva

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हर पल बनाएं यादगार: बच्चे के पहले स्कूल जाने का दिन हो, किसी स्पोर्ट्स डे में भाग लेना हो या किसी प्रोजेक्ट में मदद करनी हो, इन छोटे-छोटे लम्हों में शामिल होकर आप उनके जीवन का अहम हिस्सा बन सकते हैं. आपकी मौजूदगी से ही बच्चे की आत्मविश्वास और खुशी बढ़ती है. Image: Canva

बच्चे से बात करना बहुत जरूरी: अगर आप एक अच्छा और समझदार पापा बनना चाहते हैं, तो अपने बच्चे से खुलकर बात करना शुरू करें. बात सिर्फ पढ़ाई या डांट-फटकार की नहीं होनी चाहिए, बल्कि उसकी पसंद-नापसंद, दोस्तों, गेम्स, पसंदीदा खाना या स्कूल की मस्ती तक होनी चाहिए. जब बच्चा महसूस करता है कि पापा उसकी हर बात सुनते हैं और समझते हैं, तो वो अपनी बातें छुपाता नहीं है. इससे वो गलत संगत या फैसलों से भी बच सकता है. बच्चे को ये भरोसा दिलाएं कि वो चाहे कुछ भी बोले, आप उसकी हर बात को समझने की कोशिश करेंगे, चाहे वो कितनी भी छोटी क्यों न हो. Image: Canva

गलती हो जाए तो समझाएं, डांटे नहीं: हर बच्चा कुछ न कुछ गलतियां करता है, लेकिन इन पर गुस्सा करने के बजाय अगर आप प्यार से समझाएं, तो उसका असर ज़्यादा होता है. बच्चे को समझाइए कि कहां गलती हुई और अगली बार क्या बेहतर किया जा सकता है. डांटने से वो डर सकता है या खुद को गलत मानने लगेगा, जबकि समझाने से वो सीखकर आगे बढ़ेगा. याद रखें, आपकी बात का तरीका ही ये तय करता है कि बच्चा आपसे दूर होगा या आपके और करीब आएगा. Image: Canva

‘Super Dad’ बनने के लिए किसी सुपरपावर की जरूरत नहीं होती, बल्कि थोड़ी सी संवेदनशीलता, समय और समझदारी की जरूरत होती है. जब पिता अपने बच्चे के ग्रोथ में दिल से भागीदारी निभाते हैं, तो न सिर्फ बच्चे का भविष्य उज्ज्वल होता है, बल्कि पिता और बच्‍चे का रिश्ता भी अटूट बनता है. याद रखें, एक समझदार और इमोशनली सपोर्टिव पिता, बच्चे के जीवन का सबसे मजबूत सहारा होता है.Image: Canva

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