Home Health बच्चों के लिए अधिक घातक है आंखों की यह बीमारी, एक्ट्रेस जीनत अमान का करियर कर चुकी तबाह, डॉक्टर से जानें लक्षण और बचाव

बच्चों के लिए अधिक घातक है आंखों की यह बीमारी, एक्ट्रेस जीनत अमान का करियर कर चुकी तबाह, डॉक्टर से जानें लक्षण और बचाव

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बच्चों के लिए अधिक घातक है आंखों की यह बीमारी, एक्ट्रेस जीनत अमान का करियर कर चुकी तबाह, डॉक्टर से जानें लक्षण और बचाव

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हाइलाइट्स

टोसिस एक ऐसी बीमारी है, जिसमें आंख की पलकें नीचे झुक जाती हैं.
जिस मरीज को यह दिक्कत होती है उनको देखने में परेशानी होती है.

What is Ptosis: दुनियाभर में तमाम ऐसी बीमारियां हैं, जिनके शिकार में आते ही करियर तबाह हो सकता है. ऐसी ही आंखों से जुड़ी एक बीमारी है, जिसको टोसिस (Ptosis) के नाम से जाना जाता है. हालांकि, आम बोलचाल में इसे लोग पीटोसिस भी कहते हैं. इस खतरनाक बीमारी के बारे में शायद ही लोगों को पता होगा. आजकल ये छोटे बच्चों को भी अपना शिकार बना रही है. वहीं, हाल ही में बॉलीवुड की दिग्गज अदाकारा जीनत अमान ने सोशल मीडिया पर पोस्ट करके बताया था कि, वह टोसिस नाम की बीमारी से जूझ रही हैं. उन्हें यह बीमारी 40 साल पहले चोट लगने के कारण हुई थी. दाहिनी आंख की मांसपेशियों में दिक्कत आने की वजह से उन्हें इस बीमारी की वजह से सर्जरी भी करानी पड़ी थी.

टोसिस (Ptosis) आंखों से जुड़ी एक ऐसी बीमारी है, जिसमें आंख की पलकें नीचे की तरफ झुक जाती हैं. ऐसी स्थिति में मरीज को देखने में परेशानी होती है. हालांकि, बीमारी के लक्षण समय पर समझकर इलाज कराने से मरीज ठीक हो सकता है. लेकिन, सवाल है आखिर टोसिस बीमारी होती क्या है? क्या हैं इसके लक्षण और बचाव के तरीके? इस बीमारी के बारे में विस्तार से बता रहे हैं गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज के नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ. आलोक रंजन-

क्या है टोसिस (ptosis) का कारण

डॉ. आलोक रंजन बताते हैं कि, लेवेटर पैल्पेब्रा सुपीरियरिस (LPS) मांसपेशी का कार्य ऊपरी पलक को ऊपर उठाना और ऊपरी पलक की स्थिति को बनाए रखना है. लेकिन जब ये डाइमेज या काम करना बंद कर देती है तो आंखों की पलकें गिर जाती हैं. इस स्थिति में या तो मरीज को चीजें धुंधली दिखने लगती हैं या दृष्टि खराब हो जाती है. वैसे तो टोसिस (ptosis) की समस्या किसी भी उम्र में हो सकती है, लेकिन यह बीमारी ज्यादातर बढ़ती उम्र में देखने को मिलती है. यह बीमारी बढ़ती उम्र, मांसपेशियों में कमजोरी, आंखों की पुरानी बीमारी, चोट, माइसथीनिया ग्रेविस, नर्व डैमेज आदि होने पर हो सकती है. हालांकि, कुछ लोगों में टोसिस नामक बीमारी जन्मजात भी हो सकती है.

टोसिस (ptosis) के मुख्य लक्षण

डॉ. आलोक रंजन के मुताबिक, आंखों से जुड़ी टोसिस बीमारी की तीन स्टेज होती हैं. इसमें सबसे प्राथमिक माइल्ड (2 एमएम), सेकेंडरी मोटरेट (2-4 एमएम) और तीसरी सीवियर (4 एमएम से ऊपर) है. टोसिस की बीमारी होने पर मरीज को देखने और पलकों को मूव करने में भी दिक्कत हो सकती है. पीटोसिस बीमारी के मुख्य लक्षण आंखों में तनाव, आंखों में दर्द, देखने में परेशानी, ब्लर विजन, पलकों को उठाने में दर्द, तनाव और आंखों को खोलने में दिक्कत होना है.

टोसिस (ptosis) से बचाव के उपाय

डॉ. आलोक रंजन के मुताबिक, टोसिस गंभीर बीमारियों में से एक है. अधिक मामलों में ये बीमारी खानपान और लाइफस्टाइल से जुड़ी है. ऐसे में अपनी डाइट विशेष फोकस रखना अधिक जरूरी है. एक्सपर्ट पीटोसिस पीड़ितों को विटामिन 12, मिनरल्स और प्रोटीन से भरपूर फूड्स लेने की सलाह देते हैं. लेकिन इससे भी जरूरी है कि पीटोसिस के लक्षण दिखने पर सबसे पहले डॉक्टर की सलाह लें.

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Tags: Eyes, Health tips, Lifestyle

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