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केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारण ने अपने बजट भाषण 2023 में शिक्षा क्षेत्र के विकास एवं रोजगार व युवाओं में कौशल को बढ़ाने के लिए कई अहम घोषणाएं कीं। वित्त मंत्री ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अनुरूप स्किलिंग पर फोकस रहेगा। रोजगार सृजित करने वाली आर्थिक नीतियों को प्राथमिकता दी जाएगी। प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना 4.0 की शुरुआत की जाएगी। देश में 30 स्किल इंडिया इंटरनेशनल सेंटर स्थापित किए जाएंगे। 5जी सेवाओं के लिए एप्लिकेशन विकसित करने के लिए इंजीनियरिंग संस्थानों में 100 प्रयोगशालाएं स्थापित की जाएंगीं। तीन सालों में 47 लाख युवाओं को भत्ता (स्टाइपेंड) दिया जाएगा। एक राष्ट्रीय अप्रेंटाइसशिप स्कीम शुरू की जाएगी।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बुधवार को आम बजट 2023-24 की सात प्राथमिकताओं को सूचीबद्ध किया। इसमें बुनियादी ढांचा, हरित विकास, वित्तीय क्षेत्र और युवा शक्ति शामिल हैं। बजट की अन्य प्राथमिकताएं समावेशी विकास, अंतिम व्यक्ति तक पहुंच और अपनी क्षमता को विकसित करना हैं।
अरुण जेटली के सपनों को निर्मला सीतारमण ने दी उड़ान, एकलव्य स्कूलों में होगी 38800 शिक्षकों की भर्ती
अन्य अहम ऐलान
– अगले 3 वर्षों में देश के 740 एकलव्य स्कूलों में 38,800 शिक्षकों और सहायक कर्मचारियों की भर्ती की जाएगी।
– राष्ट्रीय डिजिटल पुस्तकालय की स्थापना की जाएगी। इसके अलावा राज्यों के स्तर पर भी अलग से लाइब्रेरी स्थापित करने पर जोर रहेगा।
– 2014 के बाद से 157 नए मेडिकल कॉलेज बनाए। मेडिकल कॉलेजों के लिए रिसर्च के लिए तैयार करेंगे।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट की 7 प्राथमिकता बताईं- इनमें इंफ्रा, ग्रीन ग्रोथ, फाइनेंशियल सेक्टर, यूथ पावर शामिल हैं।
नेशनल बुक ट्रस्ट और चिल्ड्रन बुक ट्रस्ट भौतिक पुस्तकालयों को स्थानीय भाषाओं और अंग्रेजी में किताबें उपलब्ध कराएंगे।
– कोर लोकेशंस में बनेंगे 157 नए नर्सिंग कॉलेज।