Friday, July 5, 2024
Google search engine
HomeLife Styleबड़ा करामाती होता है यह पेड़, इसकी छाल का काढ़ा पेचिश को...

बड़ा करामाती होता है यह पेड़, इसकी छाल का काढ़ा पेचिश को कर देता है बंद, डायरिया में भी रामबाण


पीयूष शर्मा/मुरादाबादःअक्सर देखा जाता है कि हमारे आसपास बहुत सारे पेड़ पौधे होते हैं. लेकिन हमें उन पेड़ पौधों की जानकारी नहीं होती है. बहुत से पेड़ पौधे ऐसे होते हैं. जो औषधि के रूप में भी काफी कारागर माने जाते हैं. जिनका सेवन करने से हमारे शरीर की कई प्रकार की बीमारियों को दूर किया जा सकता है. तो वहीं उन्हीं में से एक है जंगल जलेबी का पेड़, जो एक तरह से पेचिश में रामबाण इलाज का काम करता है. इसके साथ ही यह डायरिया जैसी कई बीमारियों में भी फायदेमंद होता है.

केजीके डिग्री कॉलेज में वनस्पति विज्ञान में असिस्टेंट प्रोफेसर के पद पर चयनात डॉक्टर रीमा चौधरी ने बताया कि हमारे पास बहुत सारे पेड़ पौधे  हैं और जंगल की तरह प्लांट्स हैं. लेकिन इन प्लांट्स में हमने सबसे ज्यादा फोकस जंगल जलेबी के पेड़ पर किया है. इस पेड़ को लगभग सभी जानते हैं. इसका फल जलेबी की तरह टेढ़ा-मेढ़ा होता है. इस वृक्ष को लोग जंगली इमली के नाम से भी जानते हैं. इसके साथ ही इसके फ्रूट का टेस्ट बहुत मीठा होता है और इसका फ्रूट बहुत फायदेमंद होता है.

डायरिया में इस्तेमाल करते हैं 
इस पेड़ के ऊपर एक छाल होती है. उसकी छाल को डायरिया में इस्तेमाल करते हैं. इसका काढ़ा पीने से डायरी जैसी बीमारी का खत्म होती है. इसके अलावा पेट की कई बीमारियों को इसका काढ़ा फायदा देता है. इसके अलावा पेचिश में भी यह काफी फायदेमंद है. इसके साथ ही यह पेड़ प्राइवेसी फैमिली का है. यानी मटर की फैमिली का पेड़ है. इसके साथ ही इसमें विटामिन बी 1 बी 2 पाया जाता है. इसके साथ ही इसमें विटामिन की भरपूर मात्रा है. मिनरल्स आयरन सभी चीज की इसमें भरपूर मात्रा होती  है.

Tags: Health benefit, Hindi news, Local18, UP news

Disclaimer: इस खबर में दी गई दवा/औषधि और स्वास्थ्य से जुड़ी सलाह, एक्सपर्ट्स से की गई बातचीत के आधार पर है. यह सामान्य जानकारी है, व्यक्तिगत सलाह नहीं. इसलिए डॉक्टर्स से परामर्श के बाद ही कोई चीज उपयोग करें. Local-18 किसी भी उपयोग से होने वाले नुकसान के लिए जिम्मेदार नहीं होगा.



Source link

RELATED ARTICLES
- Advertisment -
Google search engine

Most Popular

Recent Comments