UIDAI की मानें, तो आधार कार्ड में ऑर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और मशीन लर्निंग का इस्तेमाल किया जाएगा। एआई और एमएल बेस्ड मैकेनिज्म आधार कार्ड में दर्ज फिंगरप्रिंट की डिटेल की बारीकी से जांच करेंगे।। टेक्निकली बात करें, तो आपका आधार टू-फैक्टर अथेंटिकेशन से लैस होगा। इसके लिए “फिंगर मिन्यूशिया और फिंगर इमेज का इस्तेमाल किया जाएगा। साधारण शब्दो में कहें, तो आपके फिंगरप्रिंट की बेहद बारीक डिटेल ली जाएगी और फिर उस डिटेल की फिंगर इमेज के साथ मिलान किया जाएगा। अगर दोनों का मिलान सही पाया जाएगा, तभी आधार को दस्तावेज के तौर पर स्वीकार किया जाएगा। सरकार की ओर से मोबाइल ओटीटी वेरिफिकेशन भी किया जाता है। इसके लिए सभी यूजर्स का मोबाइल नंबर आधार से लिंक किया जाना चाहिए।
आधार कार्ड से फ्रॉड पर लगेगी रोक
नए आधार कार्ड बेस्ड सिस्टम से होने वाले फ्रॉड पर लगाम लगाने में मदद मिलेगी। बता दें कि आधार बेस्ड पेमेंट की संख्या में तेज ग्रोथ दर्ज की गई है। अगर दिसंबर 2022 की बात करें, तो इस दौरान आधार बेस्ड पेमेंट प्लेटफॉर्म की संख्या 880 करोड़ के आंकड़े को पार कर गई है। इस दौरान रोजाना औसतन करीब 7 करोड़ पेमेंट हुए हैं। उसमें से ज्यादातर आधार बेस्ड अथेंटिकेशन पेमेंट शामिल रहे हैं।