हाइलाइट्स
बवासीर में उन चीजों को खाने से परहेज करें, जिसमें फाइबर नहीं होता.
फ्राइड फूड, मसालेदार चीजें, अधिक नमक वाली चीजें भी नहीं खाएं.
Foods to avoid with Hemorrhoids: बवासीर यानी पाइल्स (Piles) से आजकल अधिकतर लोग परेशान रहते हैं. बवासीर या हेमोरॉइड्स (Hemorrhoids) का इलाज समय पर ना कराया जाए, तो ये बेहद ही तकलीफ भरा होता है. बवासीर तब होता है, जब आपको क्रोनिक कब्ज हो और मल त्याग करते समय बार-बार दबाव डालना, अधिक जोर लगाना पड़ता हो. पाइल्स के लक्षणों में गुदामार्ग में दर्द, असहजता, मलद्वार में खुजली, खून आना, सूजन, जलन आदि शामिल हैं. कई बार पाइल्स लाइफस्टाइल खराब होना, भोजन में फाइबर युक्त चीजों की कमी, वजन अधिक होने से भी हो सकता है. दो तरह के बवासीर (Bawasir) होते हैं, खूनी बवासीर और बादी बवासीर. जब गुदा मार्ग की नसें सूज या टूट जाती हैं तो मल त्याग करते समय ब्लीडिंग होती है. बादी बवासीर में मलाशय की नसें सूज कर बाहर की तरफ आ जाती हैं. ये अधिक गंभीर और कष्टदायक होता है. कुछ खाद्य पदार्थ लक्षणों को बढ़ा सकते हैं और बवासीर को बदतर बना सकते हैं, जबकि अन्य उन्हें कम करने में मदद कर सकते हैं.
बवासीर में क्या खाएं, क्या न खाएं
एनआईडीडीके डॉट एनआईएच डॉट जीओवी में छपी एक रिपोर्ट के अनुसार, आप बवासीर की समस्या से बच सकते हैं बशर्ते की अपना खानपान, लाइफस्टाइल सुधार लें. आपको कब्ज रहता है तो अधिक से अधिक फाइबर से भरपूर चीजों का सेवन करें. पानी खूब पिएं. जूस, सूप आदि लिक्विड चीजें पिएं. फाइबर अधिक लेने से स्टूल सॉफ्ट होता है और मलद्वार से आसानी से बाहर निकल जाता है. फाइबर हेमोरॉइड्स से बचने का बेहतर उपाय है. समस्या बढ़ने पर नजरअंदाज न करें और डॉक्टर से दिखाएं. हालांकि, कई बार लोग बवासीर में गलत खानपान करते हैं, जिससे ये समस्या और बढ़ जाती है. ऐसे में ये जानना जरूरी है आपको पाइल्स होने पर कौन से फूड्स के सेवन से परहेज करना चाहिए.
बवासीर में ना खाएं ये फूड्स
–क्रेडिहेल्थ डॉट कॉम के अनुसार, क्रोनिक कब्ज के कारण बवासीर की समस्या होती है. ऐसे में आप कब्ज से ग्रस्त हैं तो उन चीजों को खाने से परहेज करें, जिसमें बिल्कुल भी फाइबर नहीं होता. चीज़, चिप्स, फास्ट फूड, जंक फूड, मीट, आइसक्रीम, फ्रोजन फूड्स, स्नैक्स, प्रॉसेस्ड फूड्स आदि न खाएं.
– फ्राइड फूड, मसालेदार चीजें, दूध, अधिक नमक वाली चीजें न खाएं, क्योंकि ये बवासीर पर प्रतिकूल प्रभाव डालते हैं. डीप फ्राइड फूड्स, प्रॉसेस्ड फूड, फास्ट फूड को पचाना आसान नहीं होता है, क्योंकि इनमें पोषत तत्व की कमी होती है. फाइबर नहीं होता. नमक अधिक होता है. अनहेल्दी फैट्स होते हैं. ये सभी पाचन शक्ति को खराब कर देते हैं और कब्ज का कारण बनते हैं.
– फैट युक्त आहार जैसे तेल, बटर, घी, मांस, अंडा, चीज़ भी कम खाएं. क्रोनिक कब्ज होने पर भूलकर भी ना करें सेवन. कब्ज के कारण ही पाइल्स होता है.
– अधिक मसालेदार चीजें, प्याज, अदरक, मिर्च, गरम मसाला, सॉस, अचार, चटनी जैसे तीखे, खट्टे, स्पाइसी फूड्स का सेवन न करें. ये पाचन में रुकावट डालते हैं, मलाशय में सूजन, मलद्वार, गुदा में खुजली, जलन, ब्लीडिंग की समस्या बढ़ सकती है.
– अधिक चाय, कॉफी, एनर्जी ड्रिंक, चॉकलेट खाने-पीने से भी बचना चाहिए, क्योंकि इनमें कैफीन होता है. कैफीन डाइजेशन को खराब करता है. इससे स्टूल टाइट हो सकता है.
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Tags: Eat healthy, Health, Lifestyle
FIRST PUBLISHED : February 6, 2024, 10:31 IST