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कानपुर में फूलबाग चौराहे से अगवा दो साल के कार्तिक को पुलिस और क्राइम ब्रांच ने दो बदमाशों से मुठभेड़ के बाद बरामद कर लिया। भगवतदास घाट पर रविवार तड़के पुलिस की बदमाशों से मुठभेड़ हुई। दोनों तरफ से हुई फायरिंग के दौरान बदमाशों के पैरों पर गोली लग गई। आरोपितों की पहचान किदवई नगर निवासी रज्जन और उसके दोस्त पंकज गुप्ता के रूप में हुई है। बच्चे को जूही स्थित एक प्राइवेट हॉस्पिटल से पुलिस ने बरामद कर लिया। रज्जन ने अपनी बहन की सूनी गोद भरने के लिए बच्चे का अपहरण किया था। डीजीपी ने गुडवर्क करने वाली टीम को दो ल लाख के इनाम की घोषणा की है।
फूलबाग सब्जीमंडी में सड़क किनारे रहने वाले छोटू राजपूत के बेटे कार्तिक का 24 फरवरी को बाइक सवार दो युवको ने अपहरण कर लिया था। आरोपित उसे बस स्टॉप के पास से उठा ले गए थे। एक हफ्ते में पुलिस ने कमिश्नरेट में लगे करीब 600 कैमरे खंगाल डाले। कई जगह आरोपित कैद हुए। पुलिस ने टावर डंप और बाइक नंबर की मदद से अभियुक्तों की पहचान की। तड़के अभियुक्तों की लोकेशन भगवत दास घाट के पास मिली। टीम ने घेराबंदी की तो आरोपितों ने पुलिस पर फायरिंग कर दी। जवाबी फायरिंग में दोनों के पैर पर गोली लग गई, उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस ने रज्जन की बहन जोतू को सह अभियुक्त बनाया है।
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आरोपितों के पास से दो तमंचे, तीन कारतूस, अपहरण में प्रयुक्त बाइक और 5 मोबाइल बरामद किए हैं। देर शाम तीनों को जेल भेज दिया गया। वहीं, लिखापढ़ी कर पुलिस ने कार्तिक को उसके माता-पिता को सौंप दिया। पूछताछ में मुख्य आरोपित रज्जन बोला- मेरी बहन की शादी को कई साल बीत गए मगर उसके बच्चा नहीं हो रहा था। वह मानसिक तौर पर परेशान हो रही थी। हमें डर था कि लोग कहीं उसे ताने न मारने लगे। इस कारण उसके लिए बच्चे का इंतजाम करना जरूरी था। बच्चा मिला तो दिमाग में लालच आ गया। क्यों न इसे देकर रुपये बना लिए जाए। बहन को बच्चे की कीमत 4.50 लाख रुपये बताई। आधे रुपये भी वसूल कर फर्जी गोदनामा थमा दिया। गिरफ्तार होने के बाद भी रज्जन को अपनी करतूत पर कोई पछतावा नहीं था।
दो साल के कार्तिक के अपहरण का मास्टर माइंड किदवई नगर निवासी रज्जन है। डीसीपी के मुताबिक आरोपित के पिता रामभजन श्रम विभाग से कार्यरत हैं। पुलिस के रज्जन की बड़ी बहन पूनम का विवाह वर्ष 2006 में किदवई नगर में हुआ था। संतान न होने पर उसे समाज में तिरस्कार झेलना पड़ता था। पूनम ने पिता राम भजन से बच्चा गोद दिलाने का आग्रह किया था। रज्जन ने पुलिस को बताया, वह काफी समय से किसी बच्चे का अपहरण कर बहन की सूनी गोद भरने का सोच रहा था। इस घटना में उसने दोस्त पंकज का साथ लिया था।
बहन भी है आरोपी
एसीपी क्राइम आशीष श्रीवास्तव ने बताया कि रज्जन ने बच्चे का अपहरण कर छोटी बहन नीतू को दिया था। वह उसकी देखरेख कर रही थी। जिसके चलते नीतू को भी आरोपित बनाया गया है। बाद में बच्चे को बड़ी बहन निःसंतान पूनम को बेच दिया था। दो लाख 25 हजार लेकर फर्जी गोदनामा बहन को थमा दिया था।