आशीष त्यागी/ बागपतः यूपी के बागपत में पुलिस अधीक्षक अर्पित विजयवर्गीय ने अनोखी पहल शुरू की है. हर गली मोहल्ले और सार्वजनिक स्थानों पर क्यूआर कोड लगवा दिए हैं. क्यूआर कोड बीट आरक्षी (कांस्टेबल) को स्कैन करना होगा, जिससे वह अपनी ड्यूटी के दौरान मौजूद लोकेशन भेज सकें. जबकि निगरानी समिति सभी बीट कांस्टेबल पर नजर बनाकर रखेगी. बागपत प्रदेश का पहला जिला है, जहां यह पहल सबसे पहले शुरू हुई है.
पुलिस अधीक्षक अर्पित विजयवर्गीय ने बताया कि जनपद बागपत में पुलिस बीट आरक्षियों पर नजर बनाने के लिए निगरानी समिति का गठन किया गया है. निगरानी समिति बीट आरक्षियों की लोकेशन पर पैनी नजर बनाकर रखेगी. गली मोहल्ले और सार्वजनिक स्थानों पर क्यूआर लगवा दिए गए हैं. बीट आरक्षी को अपने क्षेत्र में जाकर क्यूआर कोड स्कैन करना होगा, जिससे उसकी लोकेशन निगरानी समिति के पास पहुंचेगी. जिससे कोई भी पुलिसकर्मी अपनी ड्यूटी में लापरवाही नहीं कर सकेगा. सुरक्षा के मद्देनजर यह एक बड़ा निर्णय लिया गया है
बारकोड़ के 500 मीटर दायरे में रहना जरूरी
पुलिस अधीक्षक अर्पित विजयवर्गीय के मुताबिक, बीट कांस्टेबल को क्यूआर कोड के करीब 500 मीटर के दायरे में रहना जरूरी होगा. बीट कांस्टेबल को प्रत्येक दिन अपनी उपस्थिति दर्ज करानी होगी. जैसे ही निगरानी समिति क्यूआर कोड को स्कैन करेगी, वैसे ही बीट कांस्टेबल का फोन नंबर, उसकी लोकेशन और उसका समय पता लग जाएगा. साथ ही कहा कि पुलिस कर्मियों को क्यूआर कोड स्कैन करने से ही काम नहीं चलेगा बल्कि बीट कर्मियों को विभिन्न टास्क भी दिए जाएंगे. मसलन हिस्ट्रीशीटर को चेक करना और लोगों से बातचीत करना सब कुछ निगरानी समिति को बताना होगा.
ड्यूटी में लापरवाही बर्दाश्त नहीं
बागपत पुलिस अधीक्षक अर्पित विजयवर्गीय ने बताया कि अगर कोई भी पुलिसकर्मी अपनी ड्यूटी में किसी तरह की लापरवाही करेगा, तो उस पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
.
Tags: Bagpat, Local18, UP police
FIRST PUBLISHED : August 24, 2023, 17:37 IST