Tuesday, April 1, 2025
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बिजली के जूनियर इंजीनियर ने सेतु निगम के कर्मचारी से ही मांग ली घूस, जानें फिर क्‍या हुआ 


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Bribe for police connection: नए कनेक्शन के लिए सेतु निगम की एक कर्मचारी से बिजली विभाग के जेई के घूस मांगने का प्रकरण सामने आया है। जेई और उक्त कर्मचारी की बातचीत का एक ऑडियो वायरल हो रहा है। तीन वर्षों से कनेक्शन के लिए परेशान महिला कर्मचारी ने पावर कॉरपोरेशन के चेयरमैन एम. देवराज से जेई की शिकायत करते हुए ऑडियो क्लिप भी सौंपी है। ‘लाइव हिन्दुस्तान’ इस ऑडियो क्लिप की पुष्टि नहीं करता।

कॉरपोरेशन अध्यक्ष के आदेश पर ग्रामीण क्षेत्र के अधीक्षण अभियंता विजयराज सिंह ने इस प्रकरण की जांच शुरू कर दी है। प्रकरण के अनुसार सेतु निगम में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी अवन पांडेय परिवार के साथ शिवपुर तरना के पास चमाव गांव में रहती हैं। उन्होंने घर में बिजली कनेक्शन के लिए आवेदन किया जो विभाग ने यह कहते हुए कनेक्शन देने से मना कर दिया कि आपका घर पोल से 40 मीटर से अधिक दूर है। इसलिए सामान्य चार्ज पर कनेक्शन नहीं दिया जाएगा। कर्मचारी का कहना है कि उसके पड़ोस में रहने वाले कई लोगों को बांस-बल्ली पर कनेक्शन दिए गए हैं। उनमें सातो महुरा उपकेन्द्र पर तैनात लाइनमैन भी हैं।

बेनिया प्रकरण में आरोपित जेई के बयान की जांच

बिना उपकरण लगाए करीब 70 लाख के भुगतान में आरोपित जेई मोनी के बयान की कमेटी जांच कर रही है। गत दिनों जांच कमेटी के अध्यक्ष विजयराज सिंह को जेई ने लिखित बयान सौंप था। कमेटी एक साल पहले की जांच रिपोर्ट से बयान को क्रॉस चेक रही है। मामले में कई लोगों से पूछताछ भी की गई है। वहीं, जांच में लीपापोती करने की भी चर्चा है।

एक महीने में जांच रिपोर्ट नहीं सौंपने पर मुख्य अभियंता अनूप कुमार वर्मा नाराजगी जता चुके हैं। कमेटी अध्यक्ष और अधीक्षण अभियंता विजय राज सिंह ने बताया कि शीघ्र रिपोर्ट सौंपी जाएगी। बता दें कि 2018-19 में दालमंडी क्षेत्र में 1.5 किमी की एलटी ओवरहेड लाइनों की जगह एबीसी (एरियल बंच कंडक्टर) एवं पुरानी सर्विस केबिल की जगह नई केबिल लगनी थी। इसके लिए एक एजेंसी को 1.18 करोड़ रुपये आवंटित किए गए थे।

तीन बार बना इस्टीमेट

चेयरमैन से शिकायत के बाद अभियंताओं ने तीन बार इस्टीमेट संशोधित किया। पीड़िता को पहले 1.26 लाख, फिर 93 हजार और तीसरी बार 43 हजार रुपये का इस्टीमेट दिया गया। इस बीच जेई ने घूस की भी मांग कर डाली।

क्‍या बोले इंजीनियर

अधीक्षण अभियंता विजय राज सिंह ने बताया कि पीड़िता को कनेक्शन का इस्टीमेट दे दिया गया है। दूसरों को बांस-बल्ली पर कनेक्शन देने की जांच की जा रही है।



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