North Korea-America: उत्तर कोरिया और अमेरिका के बीच तनातनी जगजाहिर है। हाल के समय में जब उत्तर कोरिया ने मिसाइल का परीक्षण किया। इसके बाद ही जापान, अमेरिका और दक्षिण कोरिया ने जापान सागर में संयुक्त नौसैनिक मिसाइल रक्षा अभ्यास किया। इसी बीच एक अमेरिकी नागरिक के बिना इजाजत उत्तर कोरिया की सीमा में घुसने का मामला सामने आया है। यह अमेरिकी नागरिक दक्षिण कोरिया की सीमा पार करके उत्तर कोरिया में घुस गया। संयुक्त राष्ट्र कमान ने यह जानकारी दी।
कोरियाई प्रायद्वीप पर सुरक्षा सुनिश्चित करने की इच्छा रखने वाले निकाय ने मंगलवार को ट्वीट किया कि अमेरिकी नागरिक एक कोरियाई सीमावर्ती गांव के दौरे पर था और बिना इजाजत के उत्तर कोरिया की सीमा में चला गया। बताया जा रहा है कि वह इस समय उत्तर कोरिया की हिरासत में है और संयुक्त राष्ट्र कमान इस घटना को सुलझाने के लिए अपने उत्तर कोरियाई समकक्षों के साथ काम कर रही है। इस मामले में और विवरण अभी सामने नहीं आया है।
अमेरिका, जापान, दक्षिण कोरिया ने किया सैन्याभ्यास
उधर, रविवार को उत्तर कोरिया की ओर से अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल (आईसीबीएम) का प्रक्षेपण किए जाने के बाद जापान, दक्षिण कोरिया और अमेरिका ने रविवार को जापान सागर में संयुक्त नौसैनिक मिसाइल रक्षा अभ्यास किया। योनहाप समाचार एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार यह दुर्लभ संयुक्त रक्षा अभ्यास अंतरराष्ट्रीय जल क्षेत्र में आयोजित किया गया था। तीनों देश इस साल प्योंगयांग के लगातार तनाव के बीच सुरक्षा समन्वय को मजबूत कर रहे हैं। पिछले बुधवार को नॉर्थ कोरिया की ओर से ह्वासोंग-18 ठोस ईंधन आईसीबीएम का प्रक्षेपन करने की खबर आई थी।
तीन देशों के एजिस विध्वंसक थे शामिल
दक्षिण कोरिया की नौसेना ने एक बयान में कहा कि रविवार का अभ्यास, जो अंतरराष्ट्रीय जल क्षेत्र में आयोजित किया गया था और इसमें तीन देशों के एजिस विध्वंसक शामिल थे। यह अभ्यास एक कंप्यूटर-सिम्युलेटेड बैलिस्टिक मिसाइल के लक्ष्य का पता लगाने, ट्रैक करने और संबंधित जानकारी साझा करने की प्रैक्टिस करने पर केंद्रित था।
दक्षिण कोरिया और जापान को अमेरिका का साथ
दरअसल, अमेरिका, जापान और दक्षिण कोरिया मिलकर जापान सागर के इलाके में उत्तर कोरिया की तानाशाही का जवाब देने के लिए सैन्याभ्यास कर रहे हैं। इस तरह वे उत्तर कोरिया को यह समझा देना चाहते हैं कि दक्षिण कोरिया और जापान के साथ अमेरिका पूरी तरह खड़ा है। वहीं उत्तर कोरिया लगातार मिसाइल परीक्षण करके अपनी ताकत दिखाना चाहता है। उसे परोक्ष रूप से चीन का भी साथ मिलता रहा है।