
[ad_1]
ऐप पर पढ़ें
मेसेजिंग प्लेटफॉर्म WhatsApp की ओर से एक नया फीचर रोलआउट किया जा रहा है, जो यूजर्स को बायोमेट्रिक ऑथेंटिकेशन के साथ अकाउंट में लॉगिन का आसान विकल्प देगा। प्लेटफॉर्म ने इस फीचर को पास-की (PassKey) नाम दिया है और इसे एंड्रॉयड ऐप में बीटा यूजर्स के लिए रोलआउट किया जा रहा है। इसके चलते यूजर्स को कोई पासवर्ड नहीं याद रखना पड़ेगा और वे सुरक्षित ढंग से अपने डिवाइसेज में लॉगिन कर पाएंगे।
नए फीचर की जानकारी WABetaInfo ने अपनी रिपोर्ट में दी है और बताया है कि इसे WhatsApp Beta फॉर एंड्रॉयड वर्जन 2.23.20.4 का हिस्सा बनाया गया है। हालांकि लेटेस्ट बीटा वर्जन पर ऐप अपडेट करने वाले सभी टेस्टर्स को इसका ऐक्सेस नहीं दिया गया और चुनिंदा यूजर्स के साथ ही इसकी टेस्टिंग हो रही है। पब्लिकेशन ने नए फीचर से जुड़ा स्क्रीनशॉट भी शेयर किया है और बताया है कि यह कैसे काम करेगा।
यह भी पढ़ें: लंबे इंतजार के बाद अब इस डिवाइस पर भी चला पाएंगे वॉट्सऐप, शुरू हो गई टेस्टिंग
लॉगिन करने का सुरक्षित तरीका
नए पास-की फीचर को प्लेटफॉर्म ने ‘सुरक्षित ढंग से साइन इन करने का आसान तरीका’ बताया है। इससे पता चलता है कि फीचर को प्राइमरी डिवाइस पर आसान व सुरक्षित ऑथेंटिकेशन के जरिए अन्य डिवाइसेज में वॉट्सऐप लॉगिन के वक्त इस्तेमाल किया जा सकेगा। हालांकि पास-की का कॉन्सेप्ट नया नहीं है और गूगल अपने यूजर्स को किसी नए डिवाइस में लॉगिन की स्थिति में प्राइमरी या दूसरे डिवाइस में ऑथेंटिकेशन का विकल्प देता है।
पासवर्ड की जगह आसान पास-की
पास-की के जरिए ऑथेंटिकेशन आसान हो जाता है क्योंकि कोई पासवर्ड याद रखने और बार-बार एंटर करने के झंझट से यूजर्स को छुट्टी मिल जाती है। स्क्रीनशॉट से पता चला है कि वॉट्सऐप यूजर्स की पास-की डिवाइस के पासवर्ड मैनेजर में स्टोर की जाएगी। जल्द ही यह फीचर iOS पर भी रोलआउट किया जा सकता है, जहां पास-की iOS Kaychain में स्टोर की जाएगी।
WhatsApp में आए पांच नए मजेदार फीचर्स, क्या आपने शुरू किया इस्तेमाल?
फिलहाल साफ नहीं है कि वॉट्सऐप अपने यूजर्स को Bitwarden, 1Password या Dashlane जैसे थर्ड पार्टी ऐप्स में पास-की स्टोर करने का विकल्प देगा या नहीं। बीटा टेस्टिंग के बाद नया फीचर ज्यादा यूजर्स तक पहुंचेगा और उनके लिए रोलआउट किया जाएगा। अगले कुछ सप्ताह में इससे जुड़ी ज्यादा जानकारी सामने आ सकती है।
[ad_2]
Source link