Home National बिल्‍डर वसी की कंपनी में ओहदेदार थी MLA इरफान सोलंकी की पत्‍नी, बढ़ सकती हैं मुश्किलें 

बिल्‍डर वसी की कंपनी में ओहदेदार थी MLA इरफान सोलंकी की पत्‍नी, बढ़ सकती हैं मुश्किलें 

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बिल्‍डर वसी की कंपनी में ओहदेदार थी MLA इरफान सोलंकी की पत्‍नी, बढ़ सकती हैं मुश्किलें 

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MLA Irfan Solanki: इरफान सोलंकी की मुश्किलें और बढ़ सकती हैं। आगजनी, कब्जा और फर्जी आधार के मुकदमों के बाद वह कानपुर हिंसा के आरोपित बिल्डर वसी की कंपनी से जुड़ाव के मामले में जांच की जद में आ गए हैं। सूत्रों के मुताबिक बिल्डर वसी की कंपनी में विधायक की पत्नी नसीम ओहदेदार थीं। कानपुर हिंसा में वसी का नाम आने के बाद इरफान ने कहा था कि नसीम 2018 में ही इस्तीफा दे चुकी थीं। लेकिन दस्तावेजों के मुताबिक उनका इस्तीफा कानपुर हिंसा के बाद प्रकिया में आया। पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। जल्द ही एफआईआर दर्ज हो सकती है।

पिछले साल तीन जून की हिंसा में फंडिंग के आरोप में बिल्डर वसी को जेल भेजा गया था। वसी की एक कंपनी हमराज कंस्ट्रक्शन में वसी के अलावा इरफान सोलंकी की पत्नी नसीम सोलंकी, चाचा मोहम्मद मेराज, मोहम्मद वसीम और खदीजतुल कुबरा निदेशक पद पर कार्यरत रहे हैं। हिंसा में जब आरोप लगे तो विधायक ने वीडियो मैसेज के जरिए खंडन करते हुए बताया कि पत्नी ने 2018 में ही कंपनी से इस्तीफा दे दिया था और उनका इससे लेना-देना नहीं है।

…तो खुल गया फर्जीवाड़ा 

सूत्रों के मुताबिक कंपनी के दस्तावेजों में स्थिति दूसरी निकली। आरओसी (रजिस्ट्रार ऑफ कम्पनीज) में दाखिल दस्तावेज के मुताबिक विधायक की पत्नी नसीम के इस्तीफे का प्रस्ताव बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स की तरफ से पास ही नहीं किया गया। इस्तीफे का फार्म डीआईआर 12 (निदेशक की नियुक्ति और इस्तीफे के दौरान फाइल किया जाना वाला फार्म) 4 अगस्त 2022 यानी कानपुर हिंसा के बाद आरओसी में दाखिल किया गया।

आरओसी के दस्तावेजों से जानकारी मिली है कि 2018 में इस्तीफा देने के बाद भी नसीम की उपस्थिति 18-19, 19-20 और 20-21 की बोर्ड मीटिंग और एजीएम (एनुअल जनरल मीटिंग) में रही है। इतना ही नहीं, इस्तीफे के बाद निदेशक के तौर पर नसीम ने 14 अक्तूबर 2019 को कंपनी के लिए ऑडिटर की नियुक्ति भी की है।

21-22 के रिटर्न में फर्जीवाड़ा आरओसी के दस्तावेजों के मुताबिक नसीम ने कंपनी में 30 नवम्बर 2021 को होने वाली एजीएम में उपस्थिति दर्ज कराई है। 21 -22 का रिटर्न फाइल करने के दौरान कंपनी की तरफ से 29 जून 2021 और 27 सितम्बर 2021 को सम्पन्न हुई बैठक में सपा विधायक की पत्नी को निदेशक न दर्शाते हुए सिर्फ चार निदेशकों के मीटिंग में शामिल होने की जानकारी आरओसी में दाखिल की गई है।

प्रकरण गंभीर है, जांच कराई जा रही

ज्‍वाइंट सीपी आनंद प्रकाश तिवारी ने कहा कि इस मामले में जानकारी मिली है। कंपनी में कुछ दस्तावेजों में हेरफेर की सूचना है। प्रकरण अत्यंत गंभीर है। सभी तथ्यों का परीक्षण किया जा रहा है। जांच में हेराफेरी की तस्दीक होने पर रिपोर्ट दर्ज कर कार्रवाई होगी।

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