जितेन्द्र कुमार झा/ लखीसराय: भाग-दौड़ भरी जिंदगी में सुबह के नाश्ते का अपना एक अलग महत्व है. घर पर नाश्ता नहीं कर पाने की स्थिति में कामकागी लोग बाजार में कुछ भी नाश्ता के तौर पर खा लेते हैं. सुबह का नाश्ता मिल जाने से लोग बेफिक्र होकर काम करते हैं. खासकर मजदूर वर्ग के लोगों को काम के सिलसिले में घर से जल्दी निकलना पड़ता है. ऐसी स्थिति में वे नाश्ता नहीं कर पाते हैं. हालांकि बाजार में सड़क किनारे कई नाश्ते की दुकान मिल जाता है. लेकिन इनमें कुछ खास होते हैं, जहां लोगों को घर जैसे स्वाद वाला नाश्ता मिल जाता है. इन्हीं में से एक है अरविंद राम, जो लखीसराय के पुराना बाजार स्थित केसरी चौक पर ठेला लगाकर लोगों को घर जैसे स्वाद वाला कचौड़ी और सब्जी के साथ जलेबी खिलाते हैं. खास बात यह है कि इनका रेट भी कम है. बेहतर स्वाद रहने की वजह से यहां नाश्ता के लिए लोगों की भीड़ जुटती है.
20 रूपए प्रति प्लेट खिलाते हैं नाश्ता
अरविंद राम ने बताया कि पिछले चार वर्षो से लखीसराय के पुराना बाजार स्थित केसरी चौक पर सुबह सात बज ही दुकान लगा देते हैं. दुकान लगाने से पहले घर पर अहले सुबह उठकर अधिकांश तैयारी कर लेते हैं. अरविंद ने बताया कि वह नाश्ता घर जैसे स्वाद वाला लोगों को परोसते हैं. यही वजह है कि मजदूर तबके के लोगों के साथ-साथ काम के सिलसिले में आने वाले लोग यहां नाश्ता करने आते हैं. कम दाम में बेहतर क्वालिटी वाला नाश्ता लोगों को खिलाते हैं. नाश्ते में पांच कचौड़ी के साथ मिक्स आलू-चना की सब्जी और जलेबी खिलाते हैं. इसके अलावा कद्दू का रायता और सलाद भी देते हैं. 20 रूपए में हीं लोगों को इतना आईटम परोसते हैं.
150 प्लेट नाश्ता की रोजाना होती है बिक्री
अरविंद राम ने बताया कि कि प्रत्येक दिन सुबह में नाश्ता के लिए ग्राहकों की भारी भीड़ जुटती है और औसतन प्रतिदिन 150 प्लेट की बिक्री हो जाती है. खास बात यह है सब्जी बनाने में घर पर तैयार मसालों का हीं प्रयोग करते हैं. जिससे स्वाद निखरकर आता है और लोग चाव से खाते हैं. इस दुकान पर आस-पास के दुकानदार भर नाश्ता के लिए पहुंचते हैं. उन्होंने बताया कि आजीविका का यही साधन है. इसी की कमाई से परिवार चलता है. वहीं कमाई की बात की जाए तो सालाना सात लाख की कमाई हो जाती है.
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FIRST PUBLISHED : September 14, 2023, 08:55 IST