Monday, July 8, 2024
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बिहार शिक्षक भर्ती : किन शर्तों पर आएगा BPSC TRE रिजल्ट, कटऑफ व टाइब्रेकर समेत 6 अहम नियम जारी


BPSC TRE 2.0 Result 2023 : दूसरे चरण की बिहार शिक्षक भर्ती परीक्षा का रिजल्ट किन शर्तों पर आएगा, इसे लेकर बिहार लोक सेवा आयोग ( बीपीएससी ) ने गुरुवार को मिनिमम क्वालिफाइंग मार्क्स, कटऑफ,  टाईब्रेकर पॉलिसी, अनिवार्य डॉक्यूमेंट्स समेत सभी गाइडलाइंस जारी कीं। बीपीएससी की ओर से टीआरई रिजल्ट से पहले जारी दिशानिर्देशों में कहा गया है कि बिहार शिक्षक भर्ती परीक्षा का परिणाम घोषित होने के बाद नियुक्ति के लिए काउंसलिंग के समय ऑनलाइन आवेदन के दौरान सब्मिट किए गए जरूरी शैक्षणिक योग्यता संबंधी डॉक्यूमेंट्स की जांच उसके ऑरिजनल कॉपी से की जाएगी।  अगर अभ्यर्थी ऐसा करने में असमर्थ रहता है तो उनकी पात्रता और रिजल्ट, दोनों ही रद्द कर दिए जाएंगे। 

गाइडलाइंस

1.  ऑरिजनल डॉक्यूमेंट्स व वाटरमार्क- बीपीएससी ने कहा है कि अभ्यर्थियों ने जो दस्तावेज फॉर्म भरते समय अपलोड किए थे, वे वेरिफिकेशन के समय विभाग के सामने दिखाएंगे। अभ्यर्थियों द्वारा अपलोड किए गए सभी दस्तावेज पर डाउनलोड करने पर उसमें स्वत: रजिस्ट्रेशन सहित नया वाटरमार्क छपा रहेगा जो पहले वाले वाटरमार्क से अलग होगा। जो अभ्यर्थी पास होंगे, उन्हें बीपीएससी के पोर्टल पर अपलोड किए गए अपने सभी प्रमाणपत्रों को डाउनलोड कर जिस पर आयोग का वाटरमार्क होगा, विभाग के द्वारा आयोजित काउंलिंग में पेश करेंगे। 

2. दिव्यांगता के प्रमाणपत्रों की जांच प्रशासी विभाग द्वारा कराई जाएगी। दिव्यांगता का दावा सही नहीं मिलने पर उनका रिजल्ट रद्द माना जाएगा और कानून के मुताबिक कार्रवाई की जाएगी। 

3. मिनिमम क्वालिफाइंग मार्क्स व कटऑफ

लिखित परीक्षा में सामान्य वर्ग के उम्मीदवारों को 40 फीसदी, पिछड़ा वर्ग को 36.5 फीसदी, अत्यंत पिछड़ा वर्ग को 34 फीसदी , एससी व एसटी एवं दिव्यांग को 32 फीसदी न्यूनतम अर्हतांक मार्क्स हासिल करना अनिवार्य है। ये मिनिमम क्वालिफाइंग मार्क्स है। जो मार्क्स हासिल नहीं कर पाएंगे, उन्हें मेरिट लिस्ट में शामिल नहीं किया जाएगा। इन्हें रिजल्ट में सफल घोषित करने का सवाल ही नहीं रह जाता है।

BPSC TRE Result: बीपीएससी की शिक्षक भर्ती परीक्षा का परिणाम 25 तक

4. कटऑफ 

सबसे पहले अनारक्षित कोटे की वैकेंसी भरी जाएंगी। ऐसे में अगर अनारक्षित कोटे की वैकेंसी अधिक हो और आरक्षित कोटि के योग्य अभ्यर्थियों की संख्या कम हो तो संभव है कि सभी आरक्षित कोटि के योग्य अभ्यर्थी अनारक्षित कोटि की रिक्ति के विरुद्ध सफल घोषित हो जाएं। ऐसी स्थिति में आरक्षित कोटि की रिक्ति खाली रह जाएगी और इस कारण उसमें कोई कटऑफ नहीं हो सकेगा यानी यह NA ( नॉट एप्लीकेबल ) रहेगा। 

साथ ही अनारक्षित कोटि की अंतिम रिक्ति पर यदि आरक्षित कोटि के अभ्यर्थी सफल घोषित होते हैं तो उसका प्राप्तांक ही कटऑफ हो जाएगा और यह प्राप्तांक उस आरक्षित कोटि का न्यूनतम अहर्तांक भी हो सकता है जो स्पष्टत: अनारक्षित कोटि के मिनिमम क्वालिफाइंग मार्क्स से कम होगा।

5. मेरिट लिस्ट व टाइब्रेकर

लिखित परीक्षा के कुल प्राप्तांक, भाषा के क्वालिफाइंग होने के कारण इसके प्राप्तांक को छोड़कर यानी शेष 120 प्रश्नों के प्राप्तांक के आधार पर आयोग द्वारा सफल अभ्यर्थियों की प्रोविजनल मेरिट लिस्ट तैयार की जाएगी। कुल प्राप्तांक समान होने की स्थिति में चयनित विषय के मुख्य खंड भाग – III यानी अंतिम 80 प्रश्नों के प्राप्तांक का इस्तेमाल पहले टाइ ब्रेकर के रूप में किया गया है। लेकिन कक्षा एक से पांच में भाग तीन न रहने के कारण टाइ ब्रेकर – I नहीं रहेगा। 

टाइ ब्रेकर – I के बाद भी समान अंक होने की स्थिति में दूसरा टाइ ब्रेकर – II में भाषा भाग के प्राप्तांक का इस्तेमाल कक्षा एक से पांच के शिक्षक भर्ती के लिए किया जाएगा। 

पढ़ें विस्तृत डिटेल्

6. 18 माह का डीएलएड करने वाले नहीं शिक्षक नहीं बनेंगे

बीपीएससी टीआरई 2.0 में 18 माह का एनआईएएस डीएलएड कोर्स करने वाले शिक्षक नहीं बन सकेंगे। सुप्रीम कोर्ट के आदेश में इसकी मान्यता खत्म कर दी गई है। विवाद की स्थिति में एनसीटीई की सिफारिश से शिक्षा विभाग का फैसला अंतिम होगा।



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