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बिहार लोक सेवा आयोग ने कहा है कि तीसरे चरण की शिक्षक भर्ती परीक्षा ( बीपीएससी टीआरई 3.0 ) में भाषा के पेपर के स्तर को टीआरई 2.0 के मुकाबले आसान रखा जाएगा। बीपीएससी अध्यक्ष अतुल प्रसाद ने माना कि टीआरई 2.0 में भाषा के प्रश्न पत्र का स्तर कठिन था जोकि नहीं होना चाहिए था इसलिए बाद में उसकी अनिवार्यता हटाई गई थी। उन्होंने कहा, ‘हमने टीआरई 2.0 भाषा पेपर में देखा कि जिस लेवल के प्रश्न आए, उस स्तर के प्रश्नों की आवश्यकता नहीं थी। किसी मैथ्स, हिस्ट्री या ज्योग्राफी के टीचर को इतनी क्लिष्ट आना जरूरी नहीं है। उसका हिंदी ग्रामर बहुत अच्छा होना आवश्यक नहीं। उसे मैथ्स, हिस्ट्री या ज्योग्राफी पढ़ाने के लिए जितनी हिंदी आवश्यक है, उतनी ही जरूरी है।’
उन्होंने कहा, ‘कुछ लोग जो सफल हुए, वो एक नंबर से छूट रहे थे। फिर आप ही लोग कहते कि एक नंबर से छूट रहा था, इतना टफ पेपर आ गया, बोनस नंबर क्यों नहीं दिए, तो हमने दे दिए बोनस नंबर। तो हमने दे दिए बोनस नंबर, सबको 9 नंबर बोनस दे दिए। सब पास कर गए। हमने किसी को फेल नहीं किया तो इसमें किसी को दिक्कत नहीं होनी चाहिए। टीआरई 3.0 का जहां तक सवाल है, हमें अभ्यर्थी की क्वालिफाइंग पेपर में विद्ववता देखने की जरूरत नहीं है। हमें देखना है कि उसे उस विषय में मिनिमम ज्ञान है कि नहीं। लेंग्वेज के 30 प्रश्नों के स्तर का ध्यान रखेंगे। मैथ्स जैसे विभिन्न विषयों के अच्छे टीचर लेंग्वेज का पेपर मुश्किल आने की वजह से भर्ती से बाहर नहीं होने चाहिए।’
करीब 87 हजार पदों पर शिक्षकों की नियुक्ति होगी
बीपीएससी बिहार शिक्षक भर्ती के तीसरे चरण में करीब 87 हजार पदों पर नियुक्ति होगी। आवेदन की प्रक्रिया 10 फरवरी से शुरू हो जाएगी। इसकी अंतिम तारीख 17 फरवरी होगी। परीक्षा सात मार्च से 17 मार्च तक होगी। इस बार भी प्राथमिक से लेकर उच्च माध्यमिक तक के विद्यालयों में नियुक्ति के लिए परीक्षा आयोजित की जाएगी। होली के पहले ही रिजल्ट आने की संभावना है। शिक्षा विभाग जल्द ही विषय और कक्षावार पदों की सूची आयोग को भेजेगा। विभाग की ओर से पदों की गणना की तैयारी अंतिम चरण में है। पहले और दूसरे चरण में खाली रहे गये पदों को भी इसमें जोड़ा जाएगा।
BPSC TRE 3.0 : तीसरी बिहार शिक्षक भर्ती में निकलेंगी 87000 वैकेंसी, नहीं होगी नेगेटिव मार्किंग
ढाई घंटे की होगी परीक्षा
बीपीएससी अध्यक्ष ने बताया कि तीसरे चरण की परीक्षा में एक ही पेपर होंगे। यह परीक्षा ढाई घंटे की होगी। निगेटिव मार्किंग नहीं होगी। भाग-एक में भाषा की परीक्षा होगी। भाग-2 सामान्य अध्ययन और भाग- तीन संबंधित विषय का होगा। भाग- एक क्वालिफाइंग विषय होगा। इसमें 30 अंकों के 30 प्रश्न पूछे जाएंगे। सामान्य अध्ययन में 40 प्रश्न होंगे और हर प्रश्न के सही उत्तर के लिए एक-एक यानी कुल 40 अंक होंगे। वहीं जिस विषय के शिक्षक बनेंगे, उस विषय से 80 अंक के 80 सवाल पूछे जाएंगे। भाषा में क्वालिफाई करने के बाद ही मेधा सूची बनाई जाएगी। एक ही बुकलेट में तीनों भाग के प्रश्न होंगे। परीक्षा का सिलेबस एनसीईआरटी और एससीआरटी से होगा।