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पटना के गांधी मैदान में बीपीएससी अध्यापक नियुक्ति परीक्षा में चयनित शिक्षकों को नियुक्ति पत्र वितरित किए गए। शिक्षक नियुक्ति वितरण कार्यक्रम में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने घोषणा की कि एक मामूली परीक्षा लेकर नियोजित शिक्षकों को भी राज्य कर्मचारी बना देंगे । उन्होंने अगले 2 महीने में बचे हुए विद्यालय अध्यापकों के रिक्त पदों को भरे जाने के भी निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि बीपीएससी द्वारा 120336 नए शिक्षकों की भर्ती की गई है। बिहार में इतने बड़े पैमाने पर पहली बार भर्ती हुई है। देश में कभी इतनी बड़ी बहाली नहीं हुई।
अन्य राज्यों के अभ्यर्थियों को नौकरी देने के मुद्दे पर मुख्यमंत्री ने कहा, ‘शिक्षक भर्ती में 88 फीसदी फीसदी बिहार के हैं और शेष 12 फीसदी अन्य राज्यों से। अन्य राज्यों के लोगों को अनुमति देने से बिहार के युवाओं को नुकसान नहीं होता। बिहार के लोग भी देश के अन्य राज्यों में नौकरी कर रहे हैं। केरल, कर्नाटक, गुजरात, असम, महाराष्ट्र, यूपी, झारखंड, राजस्थान, पश्चिम बंगाल के युवाओं ने यहां शिक्षक बनने के लिए आवेदन किया। ये तो खुशी की बात है। पूरा देश एक हैं।’
कार्यक्रम में डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने कहा बीपीएससी ने रिकॉर्ड टाइम में यह भर्ती पूरी की। आज तक देश में एक विभाग में कभी भी एक ही दिन में 1.20 लाख जॉइनिंग लेटर नहीं दिए। ऐसा पहले कभी देश में नहीं हुआ। भर्तियों का सिलसिला आगे भी जारी रहेगा। शिक्षक भर्ती का दूसरा चरण शुरू होने वाला है। तेजस्वी यादव ने कहा कि बिहार में भर्तियों का अब चट फट छठ सिस्टम है। चट से फॉर्म भरें, फट से एग्जाम दें, छठ से जॉइन करें। आपको कैसी सरकार चाहिए, हिंदु मुस्लिम करने वाली, या नौकरी देने वाली। आप लोगों ने हमें नौकरी के नाम पर वोट दिया था, हम पूरी निष्ठा से काम कर रहे हैं।