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BSEB Bihar sakshamta pariksha : बिहार विद्यालय परीक्षा समिति की ओर से आयोजित होने वाली समक्षता परीक्षा 2024 (प्रथम) के लिए आवेदन की तिथि बढ़ा दी गयी है। समिति ने कहा है कि परीक्षा में शामिल होने वाले वैसे शिक्षक अभ्यर्थी जिन्होंने मैट्रिक उत्तीर्ण के बाद दो वर्षीय शिक्षक प्रशिक्षण प्राप्त किया है। वैसे प्रशिक्षित अभ्यर्थियों को 22 फरवरी तक सक्षमता परीक्षा के लिए शुल्क के साथ ऑनलाइन आवेदन फॉर्म भरना होगा। समिति ने कहा है कि जिन अभ्यर्थियों की ओर से उक्त परीक्षा का आवेदन भर दिया गया है, पर शुल्क जमा नहीं किया गया है, वे ही 22 फरवरी तक शुल्क जमा कर सकते हैं।
एक ही पेज में जमा करना है एडमिट कार्ड
शिक्षा विभाग के अनुसार सक्षमता परीक्षा के लिए आवेदन करने वाले शिक्षकों को अपने एडमिट कार्ड की कॉपी एक ही पेज में प्रिंट कराकर स्थापना शाखा में जमा करना है। दो पेज में प्रवेश पत्र प्रिंट होने से परीक्षा अथॉरिटी के दस्तखत वाला भाग दूसरे पेज पर चला जाता है। ऐसे में यह रिजेक्ट भी हो सकता है। जिन शिक्षकों ने दो पेज में प्रिंटेड अपने प्रवेश पत्र की कॉपी कार्यालय में जमा कराई है, उनसे एक ही पेज में प्रिंटेड प्रवेश पत्र दोबारा मांगा गया है।
पांच हजार आवेदन हुए सत्यापित
सक्षमता परीक्षा के लिए जिले से शिक्षकों ने 5870 आवेदन भरा है। अब तक करीब 4900 आवेदनों का सत्यापन किया जा चुका है, जबकि दो आवेदन रिजेक्ट हुए हैं। परीक्षा का प्रवेश पत्र स्थापना कार्यालय में 22 फरवरी से बंटना शुरू हो जाएगा। -देवनारायण पंडित, डीपीओ (स्थापना)
26 फरवरी से नियोजित शिक्षकों की सक्षमता परीक्षा की शुरुआत हो जाएगी। भागलपुर से इस परीक्षा में करीब पांच हजार नियोजित शिक्षक शामिल होंगे। जानकारी के अनुसार सूबे में सक्षमता परीक्षा के लिए कुल 11 परीक्षा केन्द्र बनाए जाने की संभावना है। शिक्षकों को परीक्षा का प्रवेश पत्र खिरनीघाट स्थित जिला शिक्षा पदाधिकारी कार्यालय की स्थापना शाखा से 22 फरवरी से मिलना शुरू हो जाएगा। जिला शिक्षा विभाग के आंकड़ों के अनुसार जिले में कुल 5870 नियोजित शिक्षकों ने सक्षमता परीक्षा के लिए ऑनलाइन आवेदन किया है। इनमें से 4900 आवेदन जिला कार्यक्रम पदाधिकारी (स्थापना) के स्तर से सत्यापित किये जा चुके हैं। जबकि करीब एक हजार आवेदनों का सत्यापन किया जाना अभी बाकी है, जिनका वेरिफिकेशन बुधवार तक हो जाने की संभावना है। वहीं दो आवेदन अलग-अलग कारणों से रिजेक्ट कर दिये गए हैं। गौरतलब है कि जिलेभर में नौ हजार के करीब नियोजित शिक्षक अलग-अलग स्कूलों में पदस्थ हैं।