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निखिल स्वामी/बीकानेर:- बॉलीवुड के सिंगर राजा हसन का नाम सिंगिंग की दुनिया में काफी ज्यादा बड़ा है. राजा बॉलीवुड की कई फिल्मों के गानों में अपनी आवाज दे चुके है. उनकी आवाज का जादू पूरी दुनिया ने माना है. राजा हसन 2007 में सारे गा मा पा के फाइनलिस्ट भी रहे हैं. बीकानेर के रहने वाले राजा हसन भले ही इन दिनों मुंबई में रहते हो, लेकिन राजस्थान के बीकानेर में उनका मकान है, जो बेहद साधारण है.
बीकानेर के तेलीवाड़ा की तंग गलियों यानी पुराने शहर में इनका मकान है. करीब दो मंजिला मकान को बीकानेर के लगभग सभी लोग सागर हाउस के नाम से जानते है. कई लोग राजा हसन के मकान को देखकर चले जाते है और कई लोग उनके मकान से अपनी आस-पास की लोकेशन भी बताते है. हालांकि बीकानेर में हर साल लाखों देशी और विदेशी सैलानी आते हैं और यहां के प्रसिद्ध भुजिया और रसगुल्ला का स्वाद लेते हैं.
राजा हसन ने जीते कई अवॉर्ड
राजा हसन ने जहां एक ओर जी टीवी पर प्रसारित गायन और नृत्य कार्यक्रम में एक से बढ़कर शो को जीता. वहीं उन्होंने कई टीवी शो में अच्छा प्रदर्शन कर इनाम भी जीता है. राजा ने उस्तादों के उस्ताद शो को भी जीता है. राजा को बॉलीवुड में बड़ा ब्रेक 2008 में मिला, जब उन्हें फिल्म दे ताली में मारी तितरी गाना गाने का मौका मिला. इसके बाद राजा ने पीछे मुड़कर नहीं देखा.
उन्हें बॉलीवुड की कई फिल्मों के गाने मिलने शुरू हो गए. इनमें ऋषि कपूर की फिल्म सदियां में सरगोशिया, अक्षय कुमार की फिल्म तीस मार खां में वल्लाह रे वल्लाह और दोस्ताना फिल्म में मौला मौला में उन्होंने अपनी आवाज दी. साथ ही वेल डन अब्बा और चलो दिल्ली में भी राजा ने अपने सुरों का जादू चलाया. नो वन किल्ड जेसिका में आली रे गाना भी उन्होंने ही गाया. इसके अलावा उन्होंने बिल्लो रानी सहित कई गाने रिकॉर्ड किए. सिर्फ बॉलीवुड ही नहीं, तमिल और बंगाली फिल्मों के लिए भी राजा ने गाना गया है.आज वे कई बड़े प्रोजेक्ट कर रहे हैं और विदेश में गाना गाने के लिए जाते हैं.
बेहद साधारण है बीकानेर वाला मकान
राजा हसन का मकान किसी बड़े सुपरस्टार सिंगर की तरह न होकर एक बेहद साधारण है. पुराने शहर की तंग गलियों में मकान बनने से यहां कार भी नहीं आ पाती है. उनका घर भी काफी छोटा है. राजा हसन साल में दो या तीन बार बीकानेर आते हैं. जब भी वो बीकानेर आते है, तो अपने किसी दोस्त की स्कूटी पर शहर में घूमते हुए नजर आते हैं.
राजा हसन अपने दादा अल्लाह रक्सा खान और अपने पिता रफीक सागर को अपना गुरु मानते है. उनका परिवार जोधपुर राज्य के शाही गायकों में से एक था. अपनी आवाज की धुन पर उन्होंने कई लोगों को मोहित किया है. लोग आज भी उनकी आवाज पर थिरकने लगते हैं. राजा हसन ने छोटी उम्र में गाने की शुरूआत कर दी थी. आज देश-विदेश में उन्होंने अपनी पहचान बनाई है.
पिता करते हैं ये काम
राजा हसन के पिता रफीक सागर ने बताया कि उनका परिवार 1962 से बीकानेर के इस मकान में रह रहा है. रफीक सागर राम भजन, कृष्ण भजन, हनुमान जी के भजन, वैष्णो देवी के भजन, साई बाबा के भजन और जैन भजन गाते हैं. उनकी आवाज के भी लोग कायल हैं. रफीक सागर भी कई बच्चों को गाना सिखाते हैं, जिसके लिए वे बच्चो से फीस लेते हैं. रफीक सागर ने बताया कि यहां बीकानेर के घर में परिवार के कुछ सदस्य रहते है. वे गाना गाकर घर चलाते है और राजा भी मुंबई से रुपए भेज देता है. राजा हसन की माता बेगम पारा गृहणी है. उनकी तीन बहनें हैं जिसमें से एक की मौत हो चुकी है और दो बहनों की शादी हो चुकी है. बीकानेर के घर में रफीक सागर का भतीजे और उनका परिवार रहता है.
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Tags: Bikaner news, Local18, Rajasthan news, Singer
FIRST PUBLISHED : January 12, 2024, 18:23 IST
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