नई दिल्ली: कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में अपने विरोधियों की तारीफ की और कहा – बीजेपी और आरएसएस मेरा विरोध करते हैं तो मैं बुरा नहीं मानता। वे मेरे गुरु की तरह हैं। वे मुझपर आक्रमण करते हैं तो मुझे और मजबूती मिलती है। वे अच्छी ट्रेनिंग दे रहे हैं। बीजेपी के हमलों से मुझे फायदा हुआ है।
राहुल गांधी ने कहा-‘मैं खासतौर से RSS और BJP के लोगों को धन्यवाद करता हूं क्योंकि जितना वे आक्रमण करते हैं उतना हमें सुधार करने का मौका मिलता है। मैं चाहता हूं कि वे और ज़ोर से करें जिससे कांग्रेस पार्टी को अपनी विचारधारा अच्छे से समझ आए।’
नफरत और हिंसा के खिलाफ भारत जोड़ो यात्रा
राहुल गांधी ने कहा कि राहुल गांधी ने कहा कि नफरत और हिंसा के खिलाफ भारत जोड़ो यात्रा शुरू की गई है। भारत जोड़ो यात्रा से हमें बहुत कुछ सीखने को मिला। वहीं एक विपक्षी नेताओं से जुड़े एक सवाल के जवाब में राहुल गांधी ने कहा-‘विपक्ष के नेता हमारे साथ खड़े हैं और यह हमें मालूम हैं। भारत जोड़ो के दरवाजे उन सबके लिए खुले हैं जो भी भारत को जोड़ना चाहता है। हम भारत जोड़ो में आने से किसी को नहीं रोकेंगे। मायावती जी और अखिलेश जी भी हिंदुस्तान में मोहब्बत चाहते हैं, नफरत नहीं।
सच्चाई को कोई कैंपन नहीं छिपा सकता
एक सवाल के जवाब में राहुल गांधी ने कहा कि हमारी बीजेपी के साथ विचारधारा की पुरानी लड़ाई हैं। इस लड़ाई को हम जीतेंगे। आगे उन्होंने कहा कि बीजेपी वालों के पास पैसे और फंड की कोई कमी नहीं है। वे कैंपने चलाते रहते हैं।सच्चाई को कोई कैंपन नहीं छिपा सकता। मेरी छवि बिगाड़ने में उन्होंने 5-6 करोड़ लगा दिए होंगे, थोड़े और लगा लें, लेकिन कुछ असर नहीं पड़ना है।
सरकार ने चीन मामले को मिसहैंडल किया
वहीं चीन के सवाल पर राहुल गांधी ने कहा कि सरकार ने चीन के मामले को पूरी तरह से मिसहैंडल किया। राहुल ने कहा-कांग्रेस का कॉन्सेप्ट था कि हमें चीन और पाकिस्तान को एक नहीं होने देना है। UPA 2 तक ऐसा हुए लेकिन आज दोनों एक हो गए हैं क्योंकि हमारी सरकार ने विदेश नीति को मिसहैंडल किया है। चीन ने पहला कदम डोकलाम और दूसरा कदम लद्दाख में लिया, ये अभी एक्सरसाइज है। मैं शहीद परिवार का हूं और मैं जानता हूं कि जब एक युवा अपनी जान देता है तो उसके परिवार पर क्या गुजरती है। लेकिन भाजपा के शीर्ष नेतृत्व में कोई ऐसा नहीं है जो यह समझता हो। हम नहीं चाहते कि हमारी सेना से कोई जवान शहीद हो।