
[ad_1]
ऐप पर पढ़ें
Action on Doctor: डॉ. राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान में इलाज कराने पहुंचे भाजपा विधान परिषद सदस्य नरेंद्र भाटी से अभद्रता की गई। अस्पताल की इमरजेंसी में बिना पर्चा इलाज नहीं दिया गया। एमएलसी की शिकायत को डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक को गंभीरता से लेते हुए संस्थान प्रशासन को सदन में तलब कर डॉक्टर पर कार्रवाई का आदेश दिया। गुरुवार देर शाम संस्थान ने जूनियर डॉक्टर तारिक शेख को बर्खास्त कर ईएमओ डॉ. राहुल कश्यप को चेतावनी जारी कर दी।
बुधवार देर रात करीब 11:30 बजे भाजपा एमएलसी नरेंद्र भाटी के पेट में भारीपन, सीने में दर्द की शिकायत थी। वह गोमती नगर स्थित डॉक्टर राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान की इमरजेंसी में पहुंचे। यहां कैजुल्टी अफसर, जूनियर रेजीडेंट ड्यूटी पर थे। एमएलसी ने समस्या बताई तो डॉक्टर ने पर्चा मांगा,एमएलसी ने परिचय दिया तो जूनियर डॉक्टरों ने वरिष्ठ डॉक्टरों को फोन कर जानकारी दी। किसी ने एमएलसी से उचित आचरण नहीं किया और पर्चा बनवाने के बाद ही इलाज कराने को कहा। अव्यवस्था, डॉक्टरों के ऐसे आचरण से खिन्न एमएलसी ने लौटकर निजी अस्पताल में इलाज कराया। एमएलसी ने सुबह डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक से शिकायत की।
विधान परिषद सदन में भी मामला उठा तो डिप्टी सीएम ने संस्थान प्रशासन को तलब कर जांच के आदेश दिए। आनन-फानन में संस्थान प्रशासन ने जांच कराई तो डॉक्टर दोषी पाए गए। डिप्टी सीएम के आदेश पर डॉक्टर को तत्काल बर्खास्त कर इमरजेंसी के ईएमओ को चेतावनी दी गई। सीएमएस डॉ. एके सिंह ने बताया कि जूनियर रेजीडेंट डॉ. तारिक शेख की सेवा समाप्त कर दी गई है। ईएमओ डॉ. राहुल कश्यप को चेतावनी पत्र जारी किया है। इमरजेंसी मेडिसिन विभाग के प्रमुख को निर्देश दिया गया है कि वह मातहत अफसरों, कर्मचारियों समेत सभी को सख्त हिदायत दें कि इमरजेंसी में किसी तरह से मरीज या तीमारदार से दुर्व्यवहार न किया जाए।
कठोर कार्रवाई होगी
डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने सदन में कहा कि जनप्रतिनिधियों, जनसामान्य रोगी और परिवार से अभद्रता करने वालों पर कठोर कार्रवाई होगी। इसे किसी भी दशा में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। ऐसा कोई भी प्रकरण संज्ञान में आयेगा तो स्वास्थ्य विभाग और सरकार की तरफ से दोषियों पर कठोर कार्यवाही की जायेगी।
[ad_2]
Source link