हाइलाइट्स
अस्पतालों में मरीज में जो बैक्टीरियल इंफेक्शन होता है, उसके लिए कोई और नहीं बल्कि मरीज खुद जिम्मेदार होते हैं.
अमेरिका में प्रत्येक साल अस्पतालों में बैक्टीरियल इंफेक्शन की वजह से एक लाख लोगों की मौत हो जाती है
Bacterial infection in hospital: अमेरिका में हर साल करीब 1 लाख ऐसे लोगों की मौत हो जाती है जो बीमारी से तो ठीक हो जाते हैं लेकिन साफ-सुथरे अस्पताल में उन्हें बैक्टीरियल इंफेक्शन हो जाता है. इसके बाद उनकी मौत हो जाती है. हालांकि अस्पताल बेहद हाइजेनिक रहता है और सेनिटेशन के उच्च मानदंडों का पालन यहां किया जाता है. इसके बावजूद हेल्दी हो चुके व्यक्ति को अस्पताल में घातक बैक्टीरिया इंफेक्शन हो जाता है. अमेरिका में प्रत्येक साल इस घातक बैक्टीरियल इंफेक्शन के बाद लोगों की मौत हो जाती है. इसमें बैक्टीरिया का नया स्ट्रेन उनपर हमला कर देता है. दिलचस्प बात यह है कि बैक्टीरिया का यह स्ट्रेन और कहीं अस्पताल में मौजूद भी नहीं रहता है. यह बात वैज्ञानिकों के लिए भी पहेली बनी रहती है. अब वैज्ञानिकों ने इसकी वजह तलाश कर ली है.
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बैक्टीरिया के नए स्ट्रेन का जिम्मेदार कौन
एचटी की खबर के मुताबिक सेंट लूइस में वाशिंगटन यूनिवर्सिटी स्कूल ऑफ मेडिसीन के शोधकर्ताओं ने इसके लिए जिम्मेदार अप्रत्याशित स्रोत की पहचान की है. दरअसल, शोधकर्ताओं ने पाया है कि इतने हाइजेनिक अस्पतालों में मरीज में जो बैक्टीरियल इंफेक्शन होता है, उसके लिए कोई और नहीं बल्कि मरीज खुद जिम्मेदार होते हैं. उन्हीं में से बैक्टीरिया का नया स्ट्रेन विकसित हो जाता है. शोधकर्ताओं ने इसके लिए चूहों के मॉडल पर अध्ययन किया. जब इसी तरह के परिवेश में चूहों को रखा गया तो इन चूहों में बैक्टीरिया का नया स्ट्रेन विकसित हो गया.
चूहों पर हुआ अध्ययन
शोधकर्ताओं ने पाया कि जब चूहों को अस्पताल जैसा परिवेश दिया गया तो उनमें यूरेनरी ट्रेक्ट इंफेक्शन हो गया. यूटीआई तब हुआ जब चूहों के मूत्राशय में एक ट्यूबनूमा कैथेटर्स पहनाया गया. हालांकि इससे पहले चूहों के मूत्राशय या शरीर के किसी भी हिस्से में किसी तरह का इंफेक्शन नहीं था. आमतौर पर सर्जरी के समय मरीजों को भी कैथेटर पहनाया जाता है ताकि मूत्राशय को खाली किया जा सके. चूहों में जब यह पहनाया गया तब डोर्मेंट एसिनोबैक्टर बाउमानी बैक्टीरिया सक्रिय हो गया जो मूत्राशय की कोशिकाओं में पहले से छुपा हुआ था. कैथेटर लगाते ही इन बैक्टीरिया की हरकतें बढ़ने लगी और चूहों को यूरेनरी ट्रेक्ट इंफेक्शन यानी मूत्राशय में इंफेक्शन हो गया.
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Tags: Health, Health tips, Lifestyle
FIRST PUBLISHED : January 16, 2023, 06:00 IST