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अमेरिकी अरबपति एलन मस्क एक ऐसा नाम हैं, जो लगातार सुर्खियों में बना रहता है। पिछले साल माइक्रोब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म ट्विटर खरीदने के बाद से मस्क ने उसमें ढेरों बदलाव किए और 24 जुलाई को इसकी पूरी पहचान ही बदल दी। मस्क ने ट्विटर का नाम बदलकर ‘X’ रख दिया है और नीली चिड़िया वाले लोगो की जगह भी अंग्रेजी के लेटर X जैसा लोगो दिख रहा है। इसके बदलाव के बावजूद उन्हें कंपनी हेडक्वार्टर पर नया लोगो लगाने का परमिट नहीं मिला है।
सैन फ्रांसिस्को स्थित ट्विटर हेडक्वॉर्टर से बड़ा सा @twitter साइन हटाया जा रहा था, जिसे लेकर बिल्डिंग मैनेजमेंट ने पुलिस को फोन घुमा दिया। बाद में पता चला कि ट्विटर के पास नया साइन लगाने का परमिट ही नहीं है और कंपनी अपने हेडक्वार्टर पर नया X लोगो ही नहीं लगा सकती। दरअसल नया लोगो बिल्डिंग पर लगाने और पुराना हटाने के लिए कंपनी को परमिट लेना चाहिए था, जिसके लिए उसे कभी आवेदन ही नहीं किया।
(Photo: San Francisco Chronicle)
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क्या है ट्विटर हेडक्वार्टर से जुड़ा मामला?
मस्क की ओर से ट्विटर का नाम, लोगो और URL बदलने के बाद कंपनी हेडक्वॉर्टर पर लगा साइन-बोर्ड हटाया जाने लगा, जिसे लेकर बिल्डिंग मैनेजमेंट ने पुलिस में शिकायत दर्ज की। बिल्डिंग मैनेजमेंट ने कहा कि उन्हें किसी तरह का साइन-बोर्ड बदले जाने की जानकारी नहीं दी गई थी और इसके बाद पुलिस ने काम रोक दिया। जब तक पुलिस रोक लगाती, तब तक साइन बोर्ड से आधे लेटर हटाए जा चुके थे। अब केवल ‘er’ और चिड़िया का लोगो साइन बोर्ड पर बचा है।
(Photo: San Francisco Chronicle)
बिल्डिंग परमिट लिए बिना बदलाव गलत
सिटी डिपार्टमेंट ऑफ बिल्डिंग इंस्पेक्शन ने बताया कि वे समझना चाह रहे थे कि कंपनी को नई पहचान X का लोगो साइन बोर्ड में लगाने के लिए परमिट की जरूरत है या नहीं। डिपार्टमेंट स्पोक्सपर्सन पैट्रिक हैनन ने कहा कि साइन बोर्ड में किसी तरह के बदलाव या इसे हटाने के लिए बिल्डिंग परमिट लेना अनिवार्य है। सिटी डाटाबेस से पता चला है कि कंपनी ने साइन बोर्ड बदलने से जुड़े किसी परमिट के लिए आवेदन नहीं किया है। यानी वह बिना परमिट के ही साइन बोर्ड में बदलाव कर रही थी।
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पहले भी नियम उल्लंघन कर चुके हैं मस्क
एलन मस्क पहले भी ट्विटर हेडक्वार्टर बिल्डिंग में नियमों का उल्लंघन कर चुके हैं। पिछले साल दिसंबर में बिल्डिंग एंड प्लानिंग डिपार्टमेंट की जांच में सामने आया था कि बिना परमिट लिए ट्विटर ऑफिस में कर्मचारियों के लिए बेड्स लगा दिए गए हैं। बता दें, इसके अलावा पूर्व कर्मचारियों की ओर से फाइल किए गए एक लॉसूट में फायर डोर को गलत ढंग से लॉक करने के आरोप भी कंपनी पर लगे थे।
कयास लग रहे हैं कि X ब्रैंडिंग को लेकर भी मस्क को लॉसूट्स का सामना करना पड़ सकता है क्योंकि अन्य कई कंपनियों के पास इसका ट्रेडमार्क पहले से है। माइक्रोसॉफ्ट और मेटा ने भी अपनी अलग-अलग सेवाओं के लिए X ट्रेडमार्क लिया है और यह सबसे कॉमन ट्रेडमार्क्स में से एक है।