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भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ एक तरफ बजरंग पुनिया, साक्षी मलिक, विनेश फोगाट जैसे देश के तमाम नामी पहलवान दिल्ली के जंतर मंतर पर कई दिनों से धरने पर बैठे हैं। दूसरी तरफ बृजभूषण शरण सिंह को लेकर राजपूत और जाट समाज का प्रतिनिधित्व करने का दावा करने वाले दो ट्विटर हैंडल के बीच जंग चल रही है। राजपूत ऑफ इंडिया के नाम से बने हैंडल पूरे मामले को लेकर जाटों पर निशाना साध रहा है तो दूसरी तरफ जाट एसोसिएशन अब राजपूत ऑफ इंडिया के खिलाफ खुलकर मैदान में आ गया है। राजपूत ऑफ इंडिया के हैंडल को ब्लाक करने की मांग कर डाली है। देश में दो जातियों के बीच दंगा भड़काने की कोशिश का आरोप लगा दिया है।
एक तरफ जहां जाट एसोसिएशन पहलवानों के धरने का समर्थन कर रहा है तो वहीं राजपूत ऑफ इंडिया बृजभूषण शरण सिंह के पक्ष में खुलकर खेल रहा है। इस दौरान अपने हैंडल से यह बताने की कोशिश हो रही है कि धरने और आंदोलन के पीछे की असली लड़ाई हरियाणा और यूपी की लड़ाई है। यह भी बताया जा रहा है कि यह आंदोलन जाट नेताओं का आंदोलन है। बृजभूषण शरण सिंह को पद से हटाकर जाट नेता दीपेंद्र हुड्डा को बैठाने के लिए सारा आंदोलन चल रहा है।
राजपूत ऑफ इंडिया की तरफ से यहां तक कहा गया कि जब पूरी जाट लॉबी दीपेंद्र हुड्डा को अध्यक्ष बनाने के लिए झूठे आरोप लगाने वाले खिलाड़ियों का साथ दे सकती है तो क्षत्रिय राजनेताओ आपको क्यों सांप सूंघा हुआ है? एक अन्य ट्वीट में लिखा गया कि इनकी न दोस्ती न किसी से है यारी, आज बृजभूषण की तो कल तुम्हारी बारी।
सपना चौधरी को भी बुला लो
अंतरराष्ट्रीय और ओलंपिक खिलाड़ियों के धरने को जाट खिलाड़ियों का धरना तक बताते हुए लिखा गया कि जाट खिलाड़ियों से कहना चाहूंगा, अगर धरने पर और भीड़ जोड़ना चाहते हो तो सपना चौधरी को बुला लो। मनोरंजन भी हो जायेगा और आंदोलन भी। यह भी लिखा गया कि वैसे भी यह आंदोलन किसान आंदोलन की तरह काफी लंबा चलने वाला है। देश विरोधी सभी ताकतें मिल गई हैं और एक बाबा भी इसमें मिला हुआ है। कहा गया कि यह सिर्फ और सिर्फ अध्यक्ष अपनी जाति का चाहते है इससे ज्यादा इनको कुछ नही चाहिए। जाट समाज के युवाओं को संबोधित कर लिखा गया कि तुम्हें जाति का वास्ता देकर उपयोग किया जा रहा है।
जाट समाज का पलटवार, चेताया भी
राजपूत ऑफ इंडिया की ओर से लगातार जाट समाज को लेकर हो रही पोस्ट के खिलाफ अब जाट एसोसिएशन ने भी मोर्चा खोल दिया है। राजपूत ऑफ इंडिया के पेज का स्क्रीन शाट लेकर लिखा गया कि यह पेज खुल कर जाट समाज के लिए अपशब्द लिख रहा है। जबदस्ती जाट समाज को पहलवानों के आंदोलन से जोड़ रहा है। राजपूत समाज के ज़िम्मेदार व्यक्ति एक बार देखें। खोट हर समाज में होती है पर हम किसी समाज के लिए कुछ लिखना नहीं चाहते।
राजपूत ऑफ इंडिया की तरफ से लगातार जाट समाज को निशाना बनाने पर जाट एसोसिएशन ने चेतावनी भी दी है। लिखा कि आज जो कट्टर हिंदुवादी पहलवानों की आड़ में सम्पूर्ण जाट समाज को अपशब्द लिख रहे हैं। वो समझ लें, जाट समाज अगर अलग छटक गया तो कमजोर पड़ जाओगे। आज जिन नेताओं को खुश करने के चक्कर में हमको दुखी कर रहे हो। बड़ा दर्द देगा यह व्यवहार भविष्य में।
जाट एसोसिएशन को आरोप पर जवाब भी आया
जाट एसोसिएशन के आरोपों पर राजपूत ऑफ इंडिया की तरफ से जवाब भी आया है। इसमें लिखा है कि अपशब्द नही मेरे भाई सच्चाई लिख रहा हूं। ये आंदोलन नही तो क्या भंडारा चल रहा है? बहुत सारे जाट समाज के भाई भी इसके विरोध में हैं। क्योंकि सच्चाई ज्यादा दिन नहीं छिपती। आगे यह भी लिखा गया कि ये आवाज निरंतर ऐसे ही उठती रहेगी और सच्चाई सामने आकर रहेगी।
लिखा कि खूब विरोध करो, शौक हमे भी नही किसी समाज को गलत बोलने का लेकिन बेवजह के आरोपों का विरोध होगा।। यह भी लिखा गया कि जाट खाप से मेरा निवेदन है कि इस फर्जीवाड़े का साथ न दें। अपनी जाति के युवाओं को संदेश दे कि इन फर्जी पहलवानों के चक्कर में Jat vs Rajput ना बनाएं। इससे सभी को दिक्कत होगी थोड़ी थोड़ी।
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