उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में एक पिता अपने बेटे के खराब आचरण से तंग आकर उसकी पीट-पीटकर हत्या कर दी। लाश को उसने खेत में पड़ी पराली के बीच बोरे में तीन दिन तक छिपाए रखा। सूचना मिलने पर पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। मृतक के चाचा ने भतीजे की गुमशुदगी की तहरीर दी थी। वहीं पुलिस ने आरोपी पिता को गिरफ्तार कर पूछताछ की तो उसने हत्या की बात कबूल की।
ये मामला गोंडा थाना क्षेत्र के तारापुर गांव का है। 24 साल के रवि का अने पिता जयप्रकाश के साथ 14 दिसंबर की रात किसी बात पर विवाद हो गया। तभी से वह लापता था। इस संबंध में उसके चाचा शंकर ने थाने में गुमशुदगी की तहरीर दी। पुलिस को मुखबिरों से सूचना मिली की रव की लाश वनखंडी महादेव मंदिरो रोड में जयप्रकाश के खेत पर कुंए में पड़ा है। लेकिन जब शुक्रवार पुलिस कुएं पर पहुंची तो वहां लाश नहीं मिली। इसके बाद पुलिस ने शनिवार को भी कुएं की तलाशी की लेकिन सफलता नहीं मिली। बाद में गेंहू के खेत में ट्यूवेल के पास पराली के बीच एक बंद बोरे में लाश मिली। सूचना मिलने पर एसओ गोंडा उमेश चंद्र शर्मा, एसआई मनु यादव आदि के साथ मौके पर पहुंच गए। घटनास्थल का जायजा लिया। शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। इधर, पुलिस मृतक के पिता जयप्रकाश को हिरासत में ले लिया। उससे कड़ाई से पूछताछ हुई, जिसमें उसने हत्या की बात कबूल की।
बेटे की आदतों से परेशान था पिता
पुलिस के मुताबिक जयप्रकाश ने बताया कि बेटा रवि झगड़ालू किस्म का था। वह गलत संगत में पड़ने के कारण आए दिन घर में झगड़ा करता था। इतना ही नहीं परिजनों के साथ मारपीट भी करता था। बताया गया है कि 14 दिसंबर को भी उसने परिवार के लोगों से मारपीट की थी। इस पर पिता ने उसकी पिटाई लगा दी थी। इसी मारपीट में उसकी मौत हो गई। इसके बाद शव को छिपा दिया गया था।
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पिता ने बताया कि आठ दिसंबर रवि जेल से रिहा हुा था। दरअसल पुलिस ने दो दिसंबर को उसे अवैध पिस्टल के साथ गिरफ्तार कर आर्म्स एक्ट में जेल भेजा था। आठ दिसंबर को वह जमानत पर छूटकर आया था।