Home Life Style बेहद खास है गुप्ता जी की लिट्टी-छोला, 50 किलो आटा की रोजाना खपत, कमाई जानकर हो जाएंगे हैरान

बेहद खास है गुप्ता जी की लिट्टी-छोला, 50 किलो आटा की रोजाना खपत, कमाई जानकर हो जाएंगे हैरान

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बेहद खास है गुप्ता जी की लिट्टी-छोला, 50 किलो आटा की रोजाना खपत, कमाई जानकर हो जाएंगे हैरान

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विशाल कुमार/छपरा : बिहार में आपको दर्जनों प्रकार के लजीज व्यंजन खाने को मिल जाएगा, लेकिन इसमें लिट्टी लोगों का पसंदीदा डिश है. यह अमूमन सभी हिस्से में आसानी से मिल जाता है. छपरा में भी लोग लिट्टी बेहद पसंद करते हैं. लेकिन यहां लिट्टी के साथ चना का छोला बेहद खास तरीके से परोसा जाता है. इसको खाने के लिए छपरा के कोने-कोने से लोग पहुंचते हैं.

लिट्टी के साथ चना का छोला, बैगन, आलू, टमाटर का चोखा और आंवला का चटनी का स्वाद लेना है तो आपको छपरा के शिल्पी सिनेमा हॉल चौक पर आना होगा. यहां चिरंजीत गुप्ता लोगों को लिट्टी के साथ चना का छोला खिला खिलाते हैं. गुप्ता जी के दुकान की लिट्टी और चना के छोले का इतना क्रेज है कि लोग पार्टी में भी ऑर्डर देकर मंगवाते हैं.

10 सालों से खिला रहे हैं लिट्टी और चना का चोला

स्थानीय लोगों ने बताया कि पिछले 10 वर्षों से चिरंजीत गुप्ता लिट्टी के साथ चना का छोला छपरा वासियों को खिला रहे हैं. हालांकि चिरंजीतने अपनी क्वालिटी से कभी समझौता नहीं किया. लिट्टी और चना के छोले का स्वाद लाजबाब होता है. धर्मेंद्र कुमार ने बताया कि पिछले कई वर्षों से यहां लिट्टी और चना का छोला खाने आ रहे हैं. हालांकि जो स्वाद पहले मिलता था, वहीं स्वाद अब भी बरकरार है.

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उन्होंने बताया कि गुप्ता जी के नाम से यह दुकान छपरा में काफी प्रसिद्ध है और उन्हीं के द्वारा संचालित भी किया जाता है. हालांकि अब इस काम में उनके दो भाई भी सहयोग करते हैं. वहीं रोजाना 2 हजार से अधिक लिट्टी की बिक्री कर लेते हैं. खास बात यह है कि यहां के लिट्टी, चना का छोला, चोखा और चटनी घर पर तैयार मसालों से हीं बनाते हैं. जिससे लोगों को घर वाला स्वाद मिलता है.

रोजाना दो हजार लिट्टी की हो जाती है बिक्री

दुकानदार चिरंजीत गुप्ता ने बताया कि लिट्टी बनाने में घर का ही शुद्ध चने का सत्तू उपयोग करते हैं. कोयले की आंच पर लिट्टी तैयार करते हैं. वहीं चना का छोला बनाने में भी घर का ही मसाले का उपयोग करते हैं, जिससे स्वाद निखर कर आता है. इसके साथ हीं चोखा में भी घर का मसाला डाला जाता है, जो चटपटा रहता है और लोग चाव से खाते हैं.

उन्होंने बताया कि दो पीस लिट्टी और चना का छोला, चटनी और चोखा 22 रुपए में ग्राहकों को परोसते हैं. जबकि शुद्ध घी वाली लिट्टी का 26 रुपए लेते हैं. इस दुकान पर रोजाना लगभग 50 किलो से अधिक आटा की खपत है. उन्होंने बताया कि रोजाना दो हजार से अधिक लिट्टी की बिक्री हो जाती है. खास बात यह है कि स्थानीय कारीगर हीं घरेलू मटेरियल से लिट्टी और चना का छोला, चोखा चटनी तैयार करते हैं.जिसको लोग खूब पसंद करते हैं.

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