मनीष पुरी/भरतपुर. राजस्थान का भरतपुर जिला बृज क्षेत्र में शामिल है.और ब्रज के आराध्य देव गिरिराज धरण और उनकी आल्हादहीनी शक्ति श्री राधा के विग्रह स्वरूप तमाम प्राकृतिक प्रतीक पूरे ब्रज क्षेत्र में विद्यमान है.इनमें से सबसे प्रमुख स्वरूप श्री गिरिराज की पूजा ब्रज का सांस्कृतिक आधार है.उनके विभिन्न स्वरूपों की अलग-अलग तरह से पूजा अर्चना की जाती है.और अलग-अलग तरह से ही इनको भोग अर्पित किया जाता है.जिनमें से सबसे प्रमुख है.सभी भोगों में से अपना महत्वपूर्ण स्थान रखने वाला अन्नकूट माह प्रसाद है.
ग्रीष्म और सर्द ऋतु के संगम पर दीपावली महापर्व पर अन्नकूट प्रसाद बनने का दौर शुरू हो जाता है.जो पूरे फूस महा में चलता है.भरतपुर कस्बा व ग्रामीण क्षेत्रों में इन दिनों अन्नकूट महोत्सवों की धूम मची हुई है.शीत ऋतु के मौसम में यहां जगह-जगह विभिन्न धार्मिक व सामाजिक संगठनों की ओर से अन्नकूट महोत्सवों के आयोजन करने की परम्परा है. जिसमें आसपास के गांवों के लोगों व श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ पड़ीती है.इसके अलावा वहां होकर निकलने वाले यात्री वाहनों को भी रोक कर उनमें सवार यात्रियों को भी अन्नकूट प्रसाद का वितरण किया जाता है.यहां शीत ऋतु के मौसम में प्रतिवर्ष सामूहिक सहयोग से आयोजित किया जाता है.
अन्नकूट महोत्सव का विशेष धर्मिक महत्व है
इस अवसर पर हवन यज्ञ आदि कार्यक्रमों के भी आयोजन लिए जाते है.ब्रज क्षेत्र में अन्नकूट महोत्सवों का विशेष धार्मिक व आध्यात्मिक महत्व है.और अन्नकूट का प्रसादी भोजन विशेष धार्मिक व वैज्ञानिक तरीकों से बनाया जाता है. अन्नकूट के आयोजक बनवारी लाल शर्मा ने बताया कि धार्मिक व आध्यात्मिक मान्यताओं के अनुसार अन्नकूट प्रसादी का वितरण करने व भोजन करने से वितरण करने वालों के भी और भोजन प्रसादी पाने वालों के भी सभी पापों और कष्टों से मुक्ति मिलती है.और स्वास्थ्य अच्छा व निरोगी बनता है.अन्नकूट प्रसादी का भोजन ब्रज के अराध्य देव श्री गोवर्धन गिरिराज महाराज के लिए भी विशेष प्रिय बताया गया है.
यह होता है अन्नकूट प्रसाद
अन्नकूट प्रसाद बनाने के लिए मुख्य तौर पर बाजरा शामिल किया जाता है. बाजरा गर्म तासीर का होता है. इसलिए इसे शीत ऋतु में सेहत के लिए काफी फायदेमंद माना जाता है. इसके साथ ही कड़ी पकोड़ा खीर और मिक्स सब्जी का भी भगवान को भोग लगाया जाता है.उसके बाद उसे भक्तों में बांटा जाता है.इतना ही नहीं कई जगह तो सड़क के किनारे अन्नकूट प्रसादी का वाहन चालकों को रुक-रुक कर प्रसाद वितरण किया जाता है. यह एक ऐसा प्रसाद है. जिसे हर कोई रुक कर बड़े प्रेम और श्रद्धा के साथ पाना चाहता है.
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FIRST PUBLISHED : January 8, 2024, 10:04 IST