
हाइलाइट्स
हाई ब्लड प्रेशर भी किडनी कैंसर के जोखिम को अधिक बढ़ा देता है.
ज्यादा वजन वाले लोगों में किडनी कैंसर का खतरा सबसे ज्यादा रहता है.
Symptoms of Kidney Cancer: बदलते समय और बदलते लाइफस्टाइल में आज कैंसर जैसी जानलेवा बीमारियों के मामले बढ़ रहे हैं. सबसे जरूरी बात यह है कि कैंसर को अगर हम समय रहते पहचान लिया जाए तो इससे बचने की पूरी संभावना होती है लेकिन अक्सर हम इस बीमारी को पहचानने में देर कर देते हैं. यही कारण है कि कैंसर से मरने वाले लोगों की संख्या बढ़ने लगी है. डब्ल्यूएचओ के मुताबिक 2020 में हर साल एक करोड़ से ज्यादा लोगों की मौत कैंसर के कारण होती है. इनमें किडनी कैंसर से होने वाली मौतें भी कम नहीं. किडनी कैंसर की शुरुआत किडनी के सेल्स में डीएनए के परिवर्तन से होती है. हमारे शरीर में दो किडनी होती है. ये बींस के साइज के हमारी मुट्ठी की तरह होती है जो हमारे पेट में रीढ की हड्डी में लटकी हुई रहती है.
मायो क्लिनिक के मुताबिक रिनल सेल कार्सिनोमा किडनी कैंसर का सामान्य रूप है. कुछ बच्चों में भी किडनी कैंसर के मामले तेजी से बढ़ने लगे हैं. शुरुआत में किडनी कैंसर का पता बहुत मुश्किल से चलता है. कई बार जब किसी अन्य कारणों से लोग सीटी स्कैन कराने जाते हैं तो अचानक ही पता चल जाता है कि किडनी कैंसर है. हालांकि अगर बिना लक्षण दिखे इतने पहले किडनी कैंसर का पता चल जाए तो यह शुभ संकेत हैं क्योंकि तब इसे पूरी तरह ठीक किया जा सकता है.
किडनी कैंसर के लक्षण
1. पेशाब में गुलाबी रंग का खून-हालांकि शुरुआत में किडनी कैंसर का पता मुश्किल से ही चल पाता है लेकिन जब बीमारी गंभीर हो जाती है तब पेशाब से खून निकलने लगता है. यह खून गुलाबी या पिंक, लाल या कोला रंग का हो सकता है. यह खतरनाक संकेत हैं. इसलिए पेशाब से खून आने को कभी नजरअंदाज न करें.
2. बैक पेन-कुछ लोगों को अक्सर बैक पेन होता रहता है. यदि बैक और साइड पेन लगातर हो, तो इसे नजरअंदाज नहीं करना चाहिए क्योंकि यह किडनी कैंसर के संकेत भी हो सकते हैं.
3.भूख न लगना-किडनी कैंसर में ट्यूमर हो जाने के बाद मरीज को भूख नहीं लगती. हालांकि कुछ अन्य बीमारियों में भी भूख नहीं लगती. लेकिन किसी वजह से भी अगर भूख न लगें तो इसे गंभीरता से लेनी चाहिए.
4. अचानक वजन में कमी-अधिकांश कैंसर के मामलों में अचानक वजन में कमी आने लगती है. अगर अचानक बिना किसी प्रयास के वजन में कमी आने लगे तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें.
5. थकान-थकान भी कई तरह के कैंसर की पहचान है. बिना किसी वजह से अगर लगातार थकान रहती है तो यह किडनी कैंसर के लक्षण हो सकते हैं.
इन लोगों को किडनी कैंसर का खतरा ज्यादा
1. स्मोकिंग-जो लोग स्मोकिंग करते हैं उनमें नॉन-स्मोकर वाले लोगों की तुलना में किडनी कैंसर का जोखिम ज्यादा रहता है.
2. मोटापा-ज्यादा वजन वाले लोगों में तो हर तरह की बीमारियों का जोखिम ज्यादा रहता है लेकिन किडनी कैंसर का खतरा सबसे ज्यादा रहता है.
3. हाई ब्लड प्रेशर-हाई ब्लड प्रेशर भी किडनी कैंसर के जोखिम को अधिक बढ़ा देता है. इसलिए हाईबीपी को कंट्रोल करना जरूरी है.
4. ज्यादा उम्र-ज्यादा उम्र के लोगों में किडनी कैंसर का खतरा ज्यादा रहता है. इसलिए जब भी पेशाब में कुछ दिक्कत महसूस हो, तुरंत डॉक्टर के पास जाना चाहिए.
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Tags: Health, Health tips, Kidney, Lifestyle
FIRST PUBLISHED : April 23, 2023, 13:50 IST