हाइलाइट्स
अपनी क्षमता के अनुसार ही सूर्य नमस्कार का अभ्यास करें.
सूर्य नमस्कार एक शक्तिशाली योगाभ्यास है, जिसे कोई भी कर सकता है.
Yoga Session With Savita Yadav: योग और आसनों का नियमित अभ्यास हमारे जीवन में काफी अंतर लाते हैं. ऐसा ही एक योगाभ्यास है सूर्य नमस्कार, जिसे एक संपूर्ण व्यायाम कहा जा सकता है. अगर आप नियमित रूप से सूर्य नमस्कार का अभ्यास करें तो आपके शरीर का अंदरूनी और बाहरी अंग तेजी से मजबूत बनेगा और पूरे शरीर में ऑक्सीजन की मात्रा अच्छी रहेगी. यह शरीर में ब्लर्ड सर्कुलेशन भी बेहतर रहने में काफी मदद करता है. आज न्यूज़18 हिंदी के यूट्यूब लाइव सेशन में योग प्रशिक्षिका सविता यादव (Savita Yadav) ने सूर्य नमस्कार का सही तरीके से अभ्यास कैसे किया जाए, यह बताया और इसके 24 चक्रों की जानकारी दी.
ध्यान से करें शुरुआत
सबसे पहले आप सुखासन, अर्ध पद्मासन या पद्मासन किसी भी मुद्रा में बैठें और आंखों को बंद कर ध्यान करें. अपनी आती-जाती सांसों पर ध्यान केंद्रित करें और ‘ओम’ शब्द का उच्चारण करें. विस्तार से देखने के लिए आप वीडियो लिंक पर क्लिक करें.
सूर्य नमस्कार करने से पहले जरूरी जानकारियां
सूर्य नमस्कार का अभ्यास करने से पहले बता दें कि आज यहां 24 स्टेप का सूर्य नमस्कार किया जा रहा है, जिसमें 12 स्टेप बाएं पैर को आगे करते हुए और 12 स्टेप दाहिने पैर का आगे करते हुए चक्र पूरा किया जाएगा. अगर आपके कमर में दर्द है तो आगे या पीछे झुकने वाले अभ्यास करने से बचें. घुटने में दर्द है तो अश्वसंचालनासन ना करें. डॉक्टर की सलाह के बाद ही इसे करें.
इस तरह करें सूर्य नमस्कार
प्रणामासन
मैट पर सीधा खड़े हो जाएं. अब कमर, गर्दन सीधा करते हुए दोनों हथेलियों को आगे की तरह प्रणाम की मुद्रा में मिलाएं. अंगूठों को गर्दन के बराबर रखते हुए आंख बंद कर उगते सूर्य की लालिमा पर ध्यान केंद्रित करने का प्रयास करें. गहरी सांस लें और छोड़ें.
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हस्तउत्तनासन
गहरी सांस लेते हुए दोनों हाथों को आगे से उठाते हुए सिर के ऊपर ले जाएं और पीछे की तरफ हल्का झुकने का प्रयास करें और इस मुद्रा में कुछ देर होल्ड करें.
पादहस्तासन
अब सांस को छोड़ते हुए आगे की ओर पूरी तरह से झुक जाएं और अपने हाथों से पैरों की उंगलियों को छूने का प्रयास करें. इस मुद्रा में आपका सिर घुटनों से सटना चाहिए.
अश्व संचालनासन
गहरी सांस लें और अपनी हथेलियों को फर्श पर रखते हुए एक पैर को पीछे की तरफ ले जाएं और घुटना जमीन पर रखें. अपनी नजरों को आगे की तरह रखें और कुछ देर होल्ड करें.
संतुलनासन या दंडासन
अब दोनों पैरों को पीछे की तरफ ले जाएं और हाथ के पंजों पर पूरे शरीर का वजन दें. गहरी सांस लेते रहें और होल्ड करें.
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अष्टांग नमस्कार
अब धीरे से अपनी हथेलियों, सीना, घुटने, ठोरी को भी जमीन से सटाएं और नाभी तक शरीर को उठाकर रखने की कोशिश करें. इसी अवस्था में कुछ क्षण होल्ड रहें.
पर्वतासन
अब पर्वत की तरह हथेली और पंजों पर पूरा वजन रखें और हिप्स को उठाकर रखें. आपकी नजर नीचे की तरफ रहेगी. कंधों को स्ट्रेच करें.
अश्वसंचालन
अब सांस भरते हुए उसी पैर को दोनों हाथों के बीच आगे स्ट्रेच कर लाएं जिसे पहले के अभ्यास में लेकर आए थे. नजरें उठाकर रखें और दूसरा पैर पीछे की तरफ स्ट्रेच करें. अब पादहस्तासन, हस्तउत्तनासन और प्राणामासन करें. आपका 12 का एक चक्र पूरा हुआ. अब आप इस पूरी प्रकिया को दोहराएं. विस्तार से देखने के लिए विडियो लिंक पर क्लिक करें.
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FIRST PUBLISHED : June 05, 2023, 08:58 IST