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केस 1-
कानपुर के पांडु नगर निवासी महिला ने आरटीआर में एक बैंक खाते से मिली ब्याज की रकम को दिखाया, जबकि आयकर विभाग के पास उनके तीन और खातों की जानकारी है। अब उन्हें नोटिस भेजकर शेष खातों में मिली ब्याज राशि की विस्तृत जानकारी मांगी है।
केस 2-
नोएडा के 33 वर्षीय युवक ने म्युचुअल फंड और शेयर से अच्छी-खासी रकम पैदा की। आरटीआर दाखिल करते समय आयकर विभाग को इसके बारे में कोई भी सूचना नहीं दी गई। जांच में मामला सामने आने पर नोटिस भेजकर पक्ष रखने को कहा है।
बैंक खातों से मिले ब्याज पर चुप्पी साधकर बैठने वाले आयकर विभाग के रडार पर हैं। एक या दो नहीं बल्कि आयकर से अपनी आमदनी छिपाने वालों की संख्या काफी है। ऐसे लोगों की सूची बनाकर विभाग ने नोटिस भेजा है, साथ ही सप्ताहभर में सारी स्थिति स्पष्ट करने व रकम का जिक्र नहीं करने का कारण भी पूछा है। सूत्रों के अनुसार, आयकर विभाग ने कानपुर, आगरा, मेरठ, गाजियाबाद मुजफ्फरनगर तक के 1255 करदाताओं को नोटिस दिया है। इसमें से कानपुर के लगभग 212 करदाता शामिल हैं।
कई बैंकों में खाते पर सिर्फ एक से दिखाया फायदा:
सूत्रों के अनुसार, आयकर विभाग की जांच में सामने आया कि तीन से चार बैंकों में खाते खोले हैं, उसमें से अच्छा-खासा ब्याज भी मिला। आरटीआर रिटर्न दाखिल करने के समय सिर्फ एक या दो खातों में ब्याज से मिली रकम के बारे में ही बताया गया। विभाग ने इसे बड़ी गड़बड़ी माना है।
एफडी, म्युचुअल फंड और शेयर से कमाई को भी छिपाया :
आयकर की जांच में एफडी, म्युचुअल फंड और शेयर से हुई कमाई को भी छिपाने का राज खुला है। विभाग ने एफडी से मिले ब्याज के अलावा म्युचुअल फंड और शेयर से अच्छी-खासी आमदनी हुई। इसके बारे में कोई भी जानकारी आयकर विभाग को नहीं दी।
रकम का हिसाब न देने पर कड़ी कार्रवाई :
आयकर की ओर से आमदनी का हिसाब नहीं देने पर कड़ा रवैया अपनाया है। करदाताओं को नोटिस भेजकर रकम का हिसाब देने के लिए समय तय किया है। साथ ही चेतावनी भी दी है कि अगर हिसाब नहीं दिया तो कड़ी कार्रवाई शुरू की जाएगी।
प्रॉपर्टी बेचकर लाखों-करोड़ों कमाने वालों पर भी नजर :
सूत्रों के अनुसार, विभाग ऐसे लोगों पर कड़ी नजर रखे हैं, जिन्होंने प्रॉपर्टी बेचकर लाखों-करोड़ों कमाने पर अबतक इसके बारे में विभाग को सूचित नहीं किया है। बताया गया कि आयकर संपत्ति बेचकर हिसाब न देने वालों की सूची बना रहा है।
वरिष्ठ कर विशेषज्ञ अंकुर गोयल ने बताया कि बैंक खातों पर ब्याज के बारे में जानकारी छिपाने वालों पर आयकर विभाग ने सख्ती की है। अधिकांश ऐसे लोग हैं, जिन्होंने एक से अधिक बैंक खातों से अच्छा-खासा ब्याज कमाया है। नोटिस न देने पर कार्रवाई की चेतावनी भी दी है।