Javitri Reduced Blood Sugar: हमारे किचन में हर तरह के मसाले मौजूद रहते हैं. इनमें से कई मसाले ऐसे हैं जिनसे कई बीमारियों का भी इलाज किया जाता है. हालांकि ये बातें कम लोगों को माालूम होती है. हमलोग अपने किचन में गरम मसाला रखते ही हैं. गरम मसाले में एक महत्वपूर्ण मसाला है जावित्री के फूल. हेल्थलाइन की खबर के मुताबिक जावित्री के फूल का अगर हम सेवन करें तो इससे ब्लड शुगर कंट्रोल में रहता है. इतना ही नहीं, जावित्री के साथ-साथ इसके पौधे से जायफल निकलता है. यह भी कई तरह की परेशानियों में इस्तेमाल किया जाता है. जावित्री से अर्थराइटिस का दर्द भी आराम मिलता है. इसके अलावा यह हार्ट डिजीज के जोखिम को भी कम करती है. आइए जानते हैं जावित्री के 5 जबरदस्त फायदे.
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हेल्थलाइन की खबर के मुताबिक जावित्री और जायफल में एंटीऑक्सीडेंट्स मौजूद होते हैं. एंटीऑक्सीडेंट्स फ्री रेडिकल्स से शरीर के बचाने में मदद करते हैं. फ्री रेडिकल्स के कारण कोशिकाएं डैमेज हो जाती है और जब सेल्स डैमेज होते हैं तो कई तरह के क्रोनिक डिजीज का खतरा रहता है. लेकिन जावित्री फ्री रेडिकल्स होने नहीं देती जिससे ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस कम रहता है. इस कारण डायबिटीज जैसी क्रोनिक बीमारी नहीं होती है. Image: Canva
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जावित्री में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स फ्री रेडिकल्स को न्यूट्रलाइज्ड कर देते हैं. इससे डायबिटीज होने का जोखिम कम हो जाता है. जावित्री और जायफल पैंक्रियाज में बीटा सेल्स को सक्रिय करता है जिसके कारण नेचुरली इंसुलिन का उत्पादन होता है.
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जावित्री में एंटी-इंफ्लामेटरी गुण पाया जाता है. जावित्री में मोनोटेरोपेंस नाम का एंटी-इंफ्लामेटरी कंपाउंड पाया जाता है. एंटी-इंफ्लामेटरी मतलब सेल्स के अंदर सूजन से बचाने वाला गुण. सेल्स जब डैमेज होते हैं तो हार्ट की कोशिकाएं कमजोर होने लगती है. यानी जावित्री हार्ट डिजीज के जोखिम को कम करती है.
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चूंकि जावित्री में एंटी-इंफ्लामेटरी गुण भी होता है. इसलिए यह अर्थराइटिस के दर्द से आराम दिलाती है. जावित्री से बने तेल को लगाने से भी गठिया का दर्द कम होता है. इतना ही नहीं जावित्री के तेल से मालिश करने पर मसल्स पेन भी कम होता है. Image: Canva
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जावित्री के फूल का इस्तेमाल सब्जी के साथ-साथ पुलाव में किया जाता है. लेकिन डायबिटीज के मरीजों का इसकी चाय बनाकर पीनी चाहिए. इसके लिए पानी को उबाल दीजिए और इसमें जावित्री के दो-तीन फूल डाल दीजिए. चाय में आप ग्रीन चाय या गुड़ भी डाल सकते हैं. नियमित रूप से जावित्री की चाय पीने से ब्लड शुगर कंट्रोल में रहेगा. Image: Canva