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महाराष्ट्र में चाचा-भतीजे यानी अजित और शरद पवार के बीच सियासी जंग तेज होती जा रही है। खबर है कि उपमुख्यमंत्री अजित पवार के गुट ने आरोप लगाए हैं कि सीनियर पवार ‘अपने घर’ की तरह पार्टी चलाते हैं। साथ ही खेमे ने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) में नियुक्तियों पर भी सवालिया निशान लगाए हैं।
एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, भारत निर्वाचन आयोग के साथ अजित कैंप ने सीनियर पवार के काम करने के तरीकों पर भी सवाल उठाए। अजित गुट के वकीलों ने कहा, ‘पार्टी में चुनाव के आधार पर नियुक्तियां नहीं की जाती हैं। यहां कोई लोकतंत्र नहीं है…। एक व्यक्ति पार्टी में सबकुछ तय नहीं कर सकता।’
शरद पवार की कप्तानी पर सवाल
अजित कैंप ने ईसी के सामने शरद पवार के एनसीपी अध्यक्ष बनने पर भी आपत्ति जताई। सीनियर पवार 2022 में दोबारा पार्टी प्रमुख बन गए थे। वकीलों ने कहा, ‘एक बगैर चुना गया व्यक्ति लोगों की नियुक्तियां कर रहा है।’ साथ ही यह भी कहा कि पार्टी में अध्यक्ष पद पर चुनाव की प्रक्रिया लोकतांत्रिक नहीं थी।
इस साल भी सीनियर पवार ने बेटी सुप्रिया सुले और प्रफुल्ल पटेल को एनसीपी का कार्यकारी अध्यक्ष बना दिया था। तब उन्होंने पार्टी अध्यक्ष पद छोड़ने की भी बात कही थी, लेकिन बाद में फैसला वापस ले लिया था।
शरद पवार का जवाब
अजित खेमे के जवाब में सीनियर पवार की तरफ से कहा गया कि कभी भी किसी ने नियुक्ति पर सवाल नहीं उठाया। साथ ही शरद पवार के वकीलों का कहना है कि इस बात की जांच होनी चाहिए कि कितने विधायक अजित के साथ गए हैं। जुलाई में अजित कुछ विधायकों के साथ भारतीय जनता पार्टी-शिवसेना सरकार में शामिल हो गए थे।