Monday, July 8, 2024
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भाजपा से पहले बसपा ने खोले पत्ते, पश्चिमी यूपी के इस जिले में उतारा उम्मीदवार, जानें किसे दिया टिकट


लोकसभा चुनाव को लेकर बसपा ने भी अपने पत्ते खोलने शुरू कर दिए हैं। भाजपा से पहले बसपा ने मुरादाबाद लोकसभा सीट पर अपने उम्मीदवार की घोषणा कर दी है।  बसपा ने रविवार को इरफान सैफी को प्रत्याशी घोषित किया है। पकबड़ा कार्यालय में वेस्ट यूपी और उत्तराखंड के प्रभारी शमसुद्दीन राईन ने बैठक के बाद इरफान सैफी के नाम का ऐलान किया। इरफान सैफी ठाकुरद्वारा नगर पालिका के वर्तमान में चेयरमैन हैं। उन्होंने निर्दलीय चुनाव जीता था। इससे पहले बसपा ने अमरोहा सीट से अपना उम्मीदवार उतार चुकी है। बसपा ने दानिश अली की जगह डॉ. मुजाहिद हुसैन को अपना प्रत्याशी बनाया है। 

बसपा नेताओं की पाकबड़ा क्षेत्र में रविवार को बैठक हुई। इसमें वेस्ट यूपी और उत्तराखंड के प्रभारी शमसुद्दीन राईन, नगीना के सांसद एवं बसपा के नेता सदन गिरीश चंद्र, मुख्य सेक्टर प्रभारी रणविजय सिंह की मौजूदगी में जिलाध्यक्ष सुनील आजाद भी शामिल रहे। जिलाध्यक्ष ने बताया कि सर्वसम्मति से ठाकुरद्वारा के चेयरमैन इरफान सैफी को पार्टी ने मुरादाबाद लोकसभा क्षेत्र से प्रत्याशी घोषित किया है। घोषणा के बाद बसपा के प्रत्याशी को लेकर चला आ रहा कयासों का दौर खत्म हो गया। इतना तय था कि मुरादाबाद लोकसभा क्षेत्र से बसपा किसी मुस्लिम प्रत्याशी पर ही दांव लगाएगी। इस पर रविवार को मुहर भी लग गई। पार्टी मुखिया की अनुमति के बाद स्थानीय स्तर पर प्रत्याशी के नाम का ऐलान कर दिया गया। 

लोकसभा चुनाव: मायावती ने दानिश अली की जगह अमरोहा से नया प्रत्याशी उतारा, नाम आते ही हंगामा

बसपा इस बार अकेले ही लोकसभा चुनाव लड़ रही है। पिछले चुनाव में सपा के साथ गठबंधन में बसपा ने चुनाव लड़ा था और मंडल की तीन तीन सीटें बांट ली थीं। रामपुर, मुरादाबाद संभल से सपा प्रत्याशी जीते थे और नगीना, अमरोहा बिजनौर से बसपा प्रत्याशी विजयी हुए थे। बसपा ने इस बार मुस्लिम-दलित गठजोड़ को ध्यान में रख कर मंडल की सभी छह सीटों पर कब्जा जमाने की रणनीति से काम किया है। इस बार सपा और कांग्रेस के गठबंधन और भाजपा-रालोद गठबंधन से बसपा का मुकाबला होगा। बैठक में महानगर अध्यक्ष अहसान कुरैशी, डा.पूजन प्रसाद, निर्मल सागर, इरशाद सैफी, रामकुमार गुलाब, अकील चौधरी, सुरेश दिवाकर, कादर खान, शकील सलमानी, नासिर हुसैन, चंद्रपाल सैनी, समेत तमाम लोग मौजूद रहे। 

निर्दलीय चुनाव लड़ते रहे इरफान, चाचा भी रह चुके चेयरमैन 

मुरादाबाद। इरफान सैफी ठाकुरद्वारा से पहली बार निर्दलीय चेयरमैन बने। इससे पहले वह कई बार निर्दलीय चुनाव लड़े। इरफान के चाचा अब्दुल कादिर ठाकुरद्वारा के चेयरमैन रह चुके हैं। इरफान सैफी ने कहा कि वह जनता की सेवा के लिए पूरी ताकत से चुनाव मैदान में उतरेंगे। जनता का सहयोग उन्हें जरूर मिलेगा।   

मुरादाबाद मंडल में दलित-मुस्लिम समीकरणों पर बसपा ने खेला दांव

मुरादाबाद लोकसभा सीट पर बसपा ने दलित मुस्लिम समीकरणों पर दांव खेला है। अमरोहा में भी बसपा ने मुस्लिम प्रत्याशी उतारा है। संभल में भी मुस्लिम प्रत्याशी का नाम जल्द तय होने वाला है। इसके लिए पार्टी ने तैयारी कर ली है। माना जा रहा है कि बसपा एक-दो दिन में संभल से भी प्रत्याशी के नाम का ऐलान कर देगी। मुरादाबाद समेत मंडल की तकरीबन सभी सीटों पर मुस्लिम मतदाताओं की अच्छी खासी तादात है। मुस्लिम मतों का रुझान जीत-हार पर असर डालेगा। बसपा ने इसी गणित से प्रत्याशी तय किए हैं। पार्टी अपने परंपरागत मतों का आंकड़ा साथ लेकर चलती है। इसके अलावा अगर उन्हें मुस्लिम मतों को साथ लाने में कामयाबी मिलती है तो यह अन्य दलों खासकर आईएनडीआईए गठबंधन के लिए मुश्किल पैदा कर सकता है।

बसपा ने एक-एक कर अपने पत्ते खोलने शुरू कर दिए हैं। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि पार्टी दलित-मुस्लिम समीकरणों पर ही अपना दांव लगा रही है। 2019 में सपा बसपा एक साथ थे तब अमरोहा, नगीना और बिजनौर सीट बसपा के खाते में गई थी। बसपा का इस बार मंडल की बाकी बची सभी सीटों पर टारगेट कर रही है। खासकर संभल और मुरादाबाद प्रमुखता से उनके एजेंडे में है। इस बार अकेले राह पर आगे बढ़ रही बसपा के लिए मुश्किलें कम हीं है पर जिस सोच के साथ उन्होंने प्रत्याशियों के ऐलान शुरू किए हैं उसमें अगर उन्हें सफलता मिलती है तो बाकी दलों के लिए मुश्किल होगी। फिलहाल बसपा ने मुरादाबाद में भाजपा और सपा के टिकट से पहले अपने पत्ते खोल दिए हैं। 

अमरोहा में प्रत्याशी के नाम ऐलान होते ही बसपा में शुरू हुआ विरोध

बसपा ने अमरोहा में अपना प्रत्याशी बदल दिया है। बसपा ने दानिश अली की जगह गाजियाबाद के डासना निवासी डा.मुजाहिद हुसैन को पार्टी ने प्रत्याशी बनाते हुए चुनाव मैदान में उतारा है। गुरुवार को इसको लेकर बसपा घोषणा भी कर चुकी है। हालांकि मुजाहिद हुसैन के नाम की घोषणा होने के साथ ही बसपा में विरोध भी शुरू हो गया है। टिकट नहीं मिलने से नाराज मैराज समर्थकों ने विरोध जताते हुए हंगामा किया है। इस सीट पर दानिश अली को पिछले चुनाव में बसपा ने उतारा था। दानिश सांसद भी बने थे। बाद में बसपा ने दानिश को निष्कासित कर दिया था। माना जा रहा है कि दानिश सपा-कांग्रेस गठबंधन से मैदान में उतर सकते हैं। भाजपा ने यहां से कंवर सिंह तंवर को मैदान में उतारा है।



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