Wednesday, July 3, 2024
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भारतीय शेयर बाजार में लगातार तेजी का ‘राज’ पता चला, आप भी जानकर चौंक जाएंगे


Photo:FILE शेयर बाजार

भारतीय शेयर बाजार एक बार फिर नए शिखर पर है। हालांकि, लगातार 8 दिन की तेजी के बाद शुक्रवार को सेंसेक्स में 400 अंकों की गिरावट आई थी। उससे पहले सेंसेक्स पहली बार 63 हजार के पार पहुंच गया था। इसके बावजूद भारतीय बाजार रिकॉर्ड हाई पर बना हुआ है। क्या आपको पता है कि भारतीय बाजार में इस जोरदार तेजी का क्या राज है? मार्केट एक्सपर्ट का कहना है कि भारतीय स्टॉक मार्केट को एक बार फिर रिकॉर्ड हाई पर ले जाने में विदेशी निवेशक की अहम भूमिका है। दरअसल, लगातार दो माह तक भारतीय शेयर बाजारों से निकासी के बाद नवंबर में विदेशी पोर्टफोलियो निवेशक (एफपीआई) एक बार फिर जमकर खरीदारी की। अमेरिकी डॉलर इंडेक्स में कमजोरी तथा भारत का कुल वृहद आर्थिक रुख सकारात्मक होने के बीच एफपीआई ने नवंबर में भारतीय शेयर बाजारों में शुद्ध रूप से 36,329 करोड़ रुपये का निवेश किया है। इससे बाजार नया रिकॉर्ड हाई बनाने में कामयाब हुआ है। 

इस साल तीन महीने जमकर निवेश 

यह इस साल तीसरा महीना (जुलाई, अगस्त और नवंबर) है जबकि एफपीआई का निवेश प्रवाह सकारात्मक रहा है। इसके अलावा दिसंबर माह की शुरुआत भी सकारात्मक रुख के साथ हुई है। अरिहंत कैपिटल की पूर्णकालिक निदेशक एवं संस्थागत कारोबार प्रमुख अनीता गांधी ने कहा, ‘‘आगे चलकर एफपीआई का प्रवाह दिसंबर में सकारात्मक रहने की उम्मीद है। हालांकि, एफपीआई का रुझान महंगे शेयरों से मूल्य प्रदान करने वाले शेयरों की ओर हो सकता है।’’ जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के मुख्य निवेश रणनीतिकार वी के विजयकुमार ने कहा कि भारत को अपने हिस्से का एफपीआई निवेश मिलेगा। हालांकि, ऊंचे मूल्यांकन की वजह से यह कुछ प्रभावित हो सकता है। डिपॉजिटरी के आंकड़ों के अनुसार, एफपीआई ने नवंबर में शेयरों में शुद्ध रूप से 36,329 करोड़ रुपये डाले हैं।

सितंबर और अक्टूबर में निकाले थे पैसे 

इससे पहले अक्टूबर में एफपीआई ने शेयरों से आठ करोड़ रुपये की निकासी की थी। सितंबर में एफपीआई 7,624 करोड़ रुपये के बिकवाल रहे थे। वहीं अगस्त में एफपीआई ने 51,200 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे थे। जुलाई में उन्होंने 5,000 करोड़ रुपये की लिवाली की थी। इससे पहले पिछले साल अक्टूबर से लगातार नौ माह तक एफपीआई शुद्ध बिकवाल रहे थे। इस साल अभी तक एफपीआई ने शेयरों से 1.25 लाख करोड़ रुपये की निकासी की है। आंकड़ों के अनुसार, समीक्षाधीन अवधि में एफपीआई ने ऋण या बॉन्ड बाजार से 1,637 करोड़ रुपये निकाले हैं। भारत के अलावा फिलिपीन, दक्षिण कोरिया, ताइवान, थाइलैंड और इंडोनेशिया जैसे उभरते बाजारों में भी एफपीआई का प्रवाह सकारात्मक रहा है। 

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