कांग्रेस भले ही भारत जोड़ो यात्रा को चुनाव से दूर रखने की बात कर रही हो, लेकिन पार्टी लगातार उम्मीद करती रही कि पदयात्रा का सियासी असर होगा। यात्रा से समय निकालकर यात्रा के अगुवा वायनाड सांसद राहुल गांधी भी गुजरात पहुंचे थे। इधर, टीवी डिबेट्स में पार्टी के प्रवक्ता भी यात्रा के चुनावी असर पर बात कर रहे हैं। सवाल है कि राहुल की इस कोशिश का मौजूदा चुनाव पर कितना प्रभाव रहा?
Exit Polls के आंकड़ों के लिहाज से गुजरात में भारतीय जनता पार्टी 7वीं बार सरकार बनाते नजर आ रही है। जबकि, कांग्रेस पुराने ही आंकड़ों से फिसल रही है। यहां आम आदमी पार्टी भी दस्तक देने में सफल हो सकती है। हिमाचल प्रदेश में कांटे की टक्कर कही जा रही है। एमसीडी चुनाव में आप को भारी बढ़त मिलते दिख रही है और कांग्रेस दहाई के आंकड़े तक भी नहीं पहुंची। ऐसे में संकेत मिलते हैं कि यात्रा से पार्टी को चुनाव में खासा फायदा नहीं मिल रहा है।
गुजरात
यहां यात्रा से समय निकालकर राहुल पहुंचे थे और रैलियां की थी। पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे समेत कई दिग्गज भी जुटे, लेकिन एग्जिट पोल के आंकड़े कांग्रेस का सूखा जारी रखने के संकेत दे रहे हैं। इंडिया टुडे-एक्सिस माय इंडिया के एग्जिट पोल दिखाते हैं कि पश्चिमी राज्य में भाजपा 46 फीसदी वोट मिले हैं। कांग्रेस और आप के मामले में आंकड़ा क्रमश: 26 और 20 प्रतिशत निकल रहा है।
एमसीडी चुनाव
एग्जिट पोल्स के अनुसार, दिल्ली में आप 149-171 वार्ड जीतती नजर आ रही है। जबकि, भाजपा के खाते में 69-91 सीटें जा रही हैं। कांग्रेस तीन से सात वार्ड में विजयी हो सकती है।
हिमाचल प्रदेश
साल 1985 से लेकर अब तक हर चुनाव में सत्ता परिवर्तन होता रहा है। फिलहाल, राज्य में भाजपा की सरकार है, लेकिन एग्जिट पोल कांग्रेस को मामूली बढ़त दिखा रहे हैं। इसके बाद भी अगर पार्टी हिमाचल जीतने में असफल होती है, तो राजनीतिक गलियारों में खड़गे और राहुल के अलावा प्रियंका गांधी वाड्रा की चुनावी तैयारियों पर भी सवाल उठेंगे। उन्होंने पहाड़ी राज्य में जमकर प्रचार किया था।