Netflix ने भारतीय यूजर्स को आज तगड़ा झटका दे दिया है। दुनिया के प्रमुख OTT प्लेटफॉर्म नेटफ्लिक्स (Netflix) ने भारत में अपने यूजर्स के घर से बाहर पासवर्ड साझा करने पर रोक लगा दी है। नेटफ्लिक्स के इस फैसले से अब यूजर्स अपने दोस्तों और परिवार के सदस्यों को अपना पासवर्ड शेयर नहीं कर पाएंगे। नेटफ्लिक्स का मानना है कि पासवर्ड शेयरिंग फीचर की वजह से कंपनी को नुकसान उठाना पड़ रहा है। भारतीय Netflix सब्सक्रिप्शन नहीं लेने की बजाय पासवर्ड शेयर करते हैं। कंपनी ने इस साल की शुरुआत में कहा था कि 100 मिलियन यानी 10 करोड़ से अधिक अकाउंट होल्डर अपने पासवर्ड आपस में साझा कर रहे थे
घर में रहने वाले सभी लोग नेटफ्लिक्स का इस्तेमाल कर सकते हैं. घर से बाहर रहने या छुट्टी पर रहने के दौरान आप ट्रांसफर प्रोफाइल और मैनेज एक्सेस एंड डिवाइस जैसी नई सुविधाओं का लाभ उठा सकते हैं। हालांकि, कंपनी ने ये साफ किया है यूजर्स अपने घरवालों के साथ पासवर्ड शेयर कर सकते हैं। अगर शेयर करना चाहते हैं, तो अतिरिक्त पैसे देने होंगे। यूजर पासवर्ड शेयरिंग करने पर 160-250 रुपये तक देने पड़ सकते हैं।
यूजर्स को मिलेंगे ये विकल्प
नेटफ्लिक्स ने बृहस्पतिवार को अपने ब्लॉग में लिखा कि यदि यूजर्स ने अपने घर के बाहर किसी से पासवर्ड साझा किया तो नेटफ्लिक्स उन्हें ईमेल के माध्यम से सूचित करेगा। कंपनी ने ईमेल का स्क्रीनशॉट साझा करते हुए लिखा, ‘‘ आज से हम भारत में उन सदस्यों को ईमेल भेजेंगे जो अपने घर से बाहर नेटफ्लिक्स का पासवर्ड साझा कर रहे हैं।’’ ईमेल में उपयोगकर्ताओं को यह विकल्प दिया गया है कि वे नई सदस्यता लेकर किसी और के खाते पर बनाए अपने ‘प्रोफाइल’ को उस पर स्थानांतरित कर लें।
कैसे काम करेगा पासवर्ड शेयरिंग फीचर
नेटफ्लिक्स पासवर्ड शेयरिंग करने के लिए डिवाइस वेरिफिकेशन जरूरी होगा। नेटफ्लिक्स प्राइमरी अकाउंट होल्डर को एक ईमेल और एसएमएस से 4 डिजिट वेरिफिकेशन कोड मिलेगा। इस कोड को घर की डिवाइस में 15 मिनट के अंदर दर्ज करना होगा। अमेरिका में पहले ऐड फ्री बेसिक प्लान की कीमत 9.99 डॉलर (लगभग 820 रुपये) प्रति माह थी. जिसे बढ़ाकर 15.49 डॉलर (लगभग 1,271 रुपये) प्रति माह कर दिया गया है
भारत के अलावा इन देशों में शेयरिंग पर रोक
कंपनी ने इस साल मई में अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस, जर्मनी और ऑस्ट्रेलिया समेत 100 से अधिक देशों में पासवर्ड शेयरिंग को बंद कर दिया था। कंपनी ने बुधवार को शेयरधारकों को लिखे एक पत्र में इंडोनेशिया, क्रोएशिया, केन्या और भारत जैसे देशों में खाता साझा किए जाने की जानकारी दी थी। इन देशों में मंच का उपयोग करने वालों के द्वारा किए गए भुगतान में ऐसा करने का प्रावधान नहीं है। नेटफ्लिक्स ने पत्र में कहा, ‘‘ इन बाजारों में हम अतिरिक्त सदस्य का विकल्प नहीं देते क्योंकि हमने हाल ही में इन देशों में कीमतों में कटौती की है।’’