Home Life Style भारत में पहली बार टमाटर से खेली जाएगी होली, सोशल मीडिया पर छिड़ गई जमकर बहस, लोगों ने कहा- इतनी शर्मनाक…

भारत में पहली बार टमाटर से खेली जाएगी होली, सोशल मीडिया पर छिड़ गई जमकर बहस, लोगों ने कहा- इतनी शर्मनाक…

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भारत में पहली बार टमाटर से खेली जाएगी होली, सोशल मीडिया पर छिड़ गई जमकर बहस, लोगों ने कहा- इतनी शर्मनाक…

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भारत में पहली बार हो रहे टमाटर फेस्टिवल ‘टोमा टेरा’ की सोशल मीडिया पर आलोचना हो रही है. यह आयोजन 11 मई 2025 को हैदराबाद में होगा. आयोजकों ने सफाई दी है कि टमाटर खाने योग्य नहीं होंगे.

भारत में पहली बार टमाटर से खेली जाएगी होली, सोशल मीडिया पर छिड़ गई जमकर बहस

टमाटर को फेंकने का त्योहार. (Photo: reuters)

हाइलाइट्स

  • भारत में पहली बार हो रहा टमाटर फेस्टिवल विवादों में घिरा.
  • सोशल मीडिया पर फेस्टिवल की तीखी आलोचना हो रही है.
  • आयोजकों ने सफाई दी कि टमाटर खाने योग्य नहीं होंगे.

भारत में पहली बार आयोजित हो रहे टमाटर फेस्टिवल ‘टोमा टेरा’ (Toma-Terra) ने जहां एक ओर लोगों का ध्यान आकर्षित किया है, वहीं दूसरी ओर सोशल मीडिया पर इसकी तीखी आलोचना भी हो रही है. यह आयोजन 11 मई 2025 को हैदराबाद के एक्सपेरियम ईको पार्क (Experium Eco Park) में किया जाएगा. स्पेन के मशहूर ला टोमैटिना (La Tomatina) फेस्टिवल से प्रेरित इस कार्यक्रम में लोग टमाटरों से एक-दूसरे पर खेल-खेल में वार करेंगे, म्यूजिक और डांस का लुत्फ उठाएंगे.

लेकिन भारत जैसे देश, जहां लाखों लोग आज भी भूख और कुपोषण से जूझ रहे हैं, वहां खाने की चीजों को इस तरह बर्बाद करने को लेकर जनता का गुस्सा फूट पड़ा है. सोशल मीडिया पर कई यूजर्स ने लिखा है कि यह आयोजन असंवेदनशील है और भारत की जमीनी सच्चाइयों से पूरी तरह कटे हुए लोगों की सोच को दर्शाता है.

एक यूजर ने कमेंट किया, “क्या भारत में टमाटरों की भरमार है? जिनके पास खाने को नहीं है, उनके लिए ये टमाटर बेहतर काम आ सकते थे.” वहीं, दूसरे ने कहा, “जब किसानों की आत्महत्याएं और पानी की किल्लत आम हो चुकी हैं, तब हम टमाटर फेंक कर मस्ती करना चाह रहे हैं?” आलोचनाओं के जवाब में आयोजकों ने सफाई दी है कि इस फेस्टिवल में जो टमाटर इस्तेमाल होंगे वे खाने योग्य नहीं होंगे, यानी पूरी तरह खराब और बाजार में बिकने लायक नहीं. इसके अलावा टमाटर की बर्बादी को रोकने के लिए फेस्टिवल के बाद बचे हुए टमाटरों से जैविक खाद बनाई जाएगी, जिसका उपयोग उसी ईको पार्क में किया जाएगा.



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