पाकिस्तानी मीडिया के मुताबिक अबाबील मिसाइल एक साथ कई परमाणु हथियार ले जाने में सक्षम है। इसे MIRV तकनीक से लैस मिसाइल बताया जाता है। माना जाता है कि इस घातक तकनीक को चीन ने पाकिस्तान को दी है। यह मिसाइल रेडॉर के पकड़ से दूर रहकर हमला करने में सक्षम बताई जाती है। वहीं पाकिस्तान की शाहीन मिसाइल के बारे में दावा किया जाता है कि यह 2750 किमी तक वार करने में सक्षम है। पाकिस्तान का दावा है कि यह मिसाइल भारत के अंडमान निकोबार द्वीप तक हमला कर सकती है।
पाकिस्तान ने शाहीन मिसाइल का निर्माण जवाबी हमला करने की ताकत हासिल करने के लिए किया है। पाकिस्तान यह कदम ऐसे समय पर उठा रहा है जब उसकी अर्थव्यवस्था तबाह हो चुकी है और कभी भी श्रीलंका की तरह से डिफॉल्ट होने का खतरा मंडरा रहा है। पाकिस्तान वॉशिंगटन में अपने दूतावास की इमारत को बेच रहा है ताकि उससे पैसे कमाकर कर्जा चुकाया जा सके। पाकिस्तान चीन, सऊदी अरब, आईएमएफ से कर्ज की गुहार लगा रहा है।
वहीं बाढ़ के नाम पर चंदा हासिल करने के लिए बिलावल भुट्टो दो बार पश्चिमी देशों की यात्रा कर चुके हैं लेकिन उन्हें अभी बहुत खास सफलता नहीं मिली है। पाकिस्तान का राजस्व जहां लगातार घट रहा है, वहीं सेना पर उसने खर्च जारी रखा है। पाकिस्तान की शहबाज सरकार ने वित्त वर्ष के पहले 5 महीने में सेना पर 517 अरब रुपये खर्च कर डाले। सेना पर यह खर्च पिछले वित्त वर्ष में इसी अवधि में 112 अरब रुपये मात्र था।